पंडरिया । ब्लाक अंतर्गत क्षेत्र की सभी सड़कों की हालत अत्यंत खराब हो गयी है।ब्लाक में इस प्रकार सड़को की स्थिति 20 वर्ष पहले हुआ करती थी।मुख्य मार्ग से लेकर सभी ग्रामीण सड़कें भी अंतिम सांसे ले रही है।नगर से गुजरने वाले 130 A राष्ट्रीय राजमार्ग मुंगेली से पोंड़ी तक करीब 55 किलोमीटर की सड़क में चलना मुश्किल हो गया है।उक्त सड़क पर मुंगेली से पहले चातरखार, फास्टरपुर, सेतगंगा, बघर्रा,महली,मैनपुरा,पंडरिया, रौहा, पांडातराई, गड़ई,सिल्हाटी सहित पूरी सड़क खराब हो चुकी है।सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।जिस पर छोटी वाहनों के पहिये डूब जाते हैं।सड़क पर गड्ढों के कारण वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है।नियमित रूप से जिला मुख्यालय जाने वाले कर्मचारी ज्यादा परेशान हो रहे हैं।राकेश चंद्रसेन ने बताया कि वे नियमित रूप से सड़क पर आना-जाना करते हैं।सड़क में गड्ढों के चलते बाइक चलाने में परेशानी होती है।साथ ही दुघर्टना व पंचर होने तथा अन्य खराबी आने की संभावना बनी होती है।उन्होने बताया कि क्षेत्र सड़क के मामले में 20 वर्ष पीछे चला गया है।नगर सहित गांवों में भी सड़क की स्थिति खराब हो चुकी है।
मरम्मत के नाम पर केवल गिट्टी पाटा जा रहा-नेशनल हाइवे द्वारा इन गड्ढों के मारम्मत के नाम पर कुछ जगह केवल गिट्टी पाटा जा रहा है।जो वाहन चलने के बाद सड़क पर फैल जाती है।जिसमे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।यदि इन गड्ढों को जिप्सम युक्त गिट्टी से पाटा जाता तो कुछ दिन टिकने की संभावना रहती ,लेकिन केवल गिट्टी के बारीक टुकङे को डालने से ये वाहन चलने पर बिखर जाती है।इस मारम्मत का कोई लाभ नहीं हो रहा है।सड़क पर हजारों की संख्या में गड्ढे बने हुए हैं।
ग्रामीण सड़कों का बुरा हाल-ब्लाक के ग्रामीण सड़कों का भी बुरा हाल है।ब्लाक के अधिकतर गांवों में आपको जाने के लिए गड्ढे युक्त सड़कों से गुजरना पड़ेगा।वर्तमान में ब्लाक के करीब 90 प्रतिशत सड़के जर्जर हो चुकी है।विगत 4 वर्ष से सड़कों की मरम्मत नहीं होने के कारण सड़कों की यह दुर्दशा हुई है।ब्लाक के महली -कुंडा,महका-कुंडा,कुंडा-दामापुर,मोहगांव -फास्टरपुर,महका-कापादह,पंडरिया-बकेला,खाम्ही-कुई,बदना-पंडरीपानी,भाकुर-देवानपटपर,धोबघट्टी-केशलमरा,खैलटुकरी,कोलेगांव,कंझेटा, रहमान कापा-बिराइनबाह,मंझोली-कुम्ही,नवागांव – खैरवार,बोहिल-सारपानी,कामठी-तेलियापानी,नवापारा,बसनी, लोखान,देवगढिया – भरेवापुरन,दमपुर – सैहामालगी,महली-नानापुरी सहित सभी सड़के जर्जर स्थिति में है।क्षेत्र की जनता इन खराब सड़कों के लिए सरकार को जिम्मेदार मानते हुए मरम्मत नहीं कराने को कारण मान रहे हैं।सभी उक्त सड़के अब पूर्ण रूप से खराब हो चुके हैं,जो अब मरम्मत के काबिल नहीं हैं।
“सड़कों के मरम्मत के लिए प्रस्ताव शासन को गया है।जिसमें से कुछ की स्वीकृति मिल चुकी है तथा टेंडर लग चुका है।बरसात के बाद मरम्मत का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।”
दीपक मिश्रा,कार्यपालन अभियंता,प्रधानमंत्री सड़क कबीरधाम।