कौही उद्वहन सिंचाई योजना का निर्माण कार्य अंतिम रूप में,कलेक्टर ने निर्माण कार्य को देखा, तत्काल किसानों को सुविधा देने निर्देश दिए

रानीतराई  लिफ्ट इरीगेशन में 50, 50 के तीन विद्युत मोटर पम्प 150 हॉर्स पावर का पंप लगा हुआ है। बिजली बिल व मेंटेनेंस किसानों को अधिक भार पड़ने के कारण इस योजना का लाभ किसानों को सिचाई नहीं हो पा रहा था।

ग्राम कौही में करोड़ों रुपये के द्वारा बन रहे विकास कार्यों का कलेक्टर पुष्पेन्द्र वीना ने जायजा लिया। छत्तीसगढ़ जल संसाधन विभाग द्वारा पाटन विकासखंड के ग्राम कौही क्षेत्र में किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए कौही उद्वहन सिंचाई योजना का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। 4 करोड़ 33 लाख 25 हजार रुपये द्वारा बन रहे कौही उद्वहन सिंचाई योजना का जानकारी कलेक्टर ने ली। विभाग के कर्मचारियों को जल्द से जल्द किसानों को सिचाई सुविधा देने निर्देश दिए। आधुनिकीकरण एवं जीर्णोद्धार का कार्य अंतिम रूप में है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष

अशोक साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने एवं फसलों के पैदावार बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। कौही उद्वहन सिंचाई योजना का आधुनिकीकरण एवं जीर्णोद्धार होने से क्षेत्र के अनेक गाँवो में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा।

विदित हो कि यह योजना खारुन नदी में करीब 37 वर्ष पूर्व 5 गांव के सिंचाई के लिए लिफ्ट ईरीगेशन का प्रारंभ किया गया था। जिसमें पुराने होने के कारण पुराने मशीन मेंटेनेंस अधिक लगने के कारण किसानों को कुछ गांव के किसानों को सिचाई सुविधा नही मिल रही थी। इस

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रथम आगमन पर ग्राम के सरपंच मनोरमा टिकरिहा, जनपद सदस्य रमन टिकरिहा सिंचाई योजना को बढ़ाने के लिए ज्ञापन सौंपा था। वहीं मुख्यमंत्री बघेल ने विभाग के अधिकारी को तत्काल स्टीमेट बनाकर शासन को भेजने के लिए आदेश दिया था। सिंचाई योजना बनने से कौहि के साथ साथ जरवय भनसूली, बोरेन्दा, केसरा के किसानों को सिचाई सुविधा मिलेंगे।