दीपांकर खोबरागडे
राजनांदगांव । भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के चुनाव का जश्न मना रही है पटाखे भी फूटे और मिठाइयां और बधाइयों का सिलसिला निरंतर जारी है राजनांदगांव के विधायक डॉ रमन सिंह प्रदेश के 3 बार के रहे मुख्यमंत्री जिनके पास भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय दायित्व की भी जिम्मेदारी है उन्हीं के गढ़ में नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत कांग्रेस पार्षद को भाजपा की नीति रीति से विलग कर कॉन्ग्रेस पार्टी खास करके निगम महापौर श्रीमति हेमा सुदेश देशमुख की राजनीतिक चातुर्यता ही कहेंगे की देश के कई राज्यों में हुए चुनाव और भारतीय जनता पार्टी को मिली सफलता के बावजूद महापौर हेमा देशमुख भाजपा की दिखने वाली चकाचौंध से इतर कॉन्ग्रेस में शामिल कराने कामयाब हो गई भाजपा जिला संगठन के लिए और नगर निगम के प्रतिपक्ष के नेता के लिए निश्चित रूप से यह चौंकाने वाला समय है कि उनकी पकड़ी थामी कलाई को छोड़कर पार्षद छेदया आखिरकार कांग्रेस पार्षदों की गिनती बढ़ाने के काम तो आएंगे ही इसमें अविश्वास प्रस्ताव पारित होने का समय कांग्रेस के महापौर को मजबूती प्रदान करेगा वही विश्वसनीय राजनीतिक सूत्र यह भी बता रहे हैं दो से तीन पार्षद कांग्रेश के संपर्क में है यह कहीं बड़ी बात नहीं होगी की कांग्रेसी निगम में गिनती फिर से बढ़ते क्रम को निरंतरता प्रदान करे, राजनांदगांव नगर निगम की महापौर को एक चातुर्य राजनेता के रूप में राजनीतिक पंडित देख रहे हैं की वक्त रहते राजनीति के हर पासे को वक्त के साथ कैसे फेंकना है और कैसे अपनी चाल चलना है।
