एनीकेट के जर्जर गेट को जल्द ही बदला जाएगा, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किया दौरा, एक दिन पहले ही सरपंच ने कलेक्टर को सौंपा था ज्ञापन

बलराम यादव
पाटन। खारुन नदी पर ग्राम तरीघाट पर बने एनीकेट के लोहे के गेट काफी जर्जर हो गया था इसकी संधारण की मांग करते हुए ग्राम पंचायत तरीघाट एवं ग्राम पंचायत परसुलीडीह के सरपंच ने संयुक्त रूप से कलेक्टर दुर्ग को एक दिन पहले ज्ञापन सोपा था। शासन प्रशासन इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आज सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज तरीघाट स्थित एनीकेट का निरीक्षण किया और एक-दो दिन में जीर्ण शीर्ण गेट का संधारण कार्य शुरू करने के निर्देश भी दिए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दक्षिण पाटन क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव का जीवन रेखा माने जाने वाली खारून नदी पर कई गांव में एनीकेट बने हुए हैं जिससे कि पानी को रोका जा सके और निस्तार सहित अन्य जल संकट दूर हो सके। इसी तरीका से एनीकेट ग्राम तरीघाट परसुलिडीह के मध्य भी बनाया गया है। इस एनीकेट में लगे लोहे के गेट काफी जीर्ण शीर्ण अवस्था में हो गए थे । ग्राम पंचायत तरीघाट सरपंच अशोक साहू एवं ग्राम पंचायत परसुलीडीह के सरपंच घनश्याम यादव ने संयुक्त रूप से कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर गेट के संधारण की मांग किया था इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आज सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने एनीकेट निरीक्षण किया। साथ ही जर्जर गेट को जल्द ही संधारण कर ठीक दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए। बताने की ग्राम तरीघाट परसुलिडीह सहित अन्य कुछ गांव के निस्तार इसी एनीकेट में रुके हुए पानी से होती है। इस कारण से यहां पर गेट का संधारण भी काफी आवश्यक है । सरपंच अशोक साहू ने बताया कि गेट के जर्जर होने से पानी रुकता नहीं था इस कारण ग्रामीणों को निस्तार की संकट का समस्या का सामना भी करना पड़ रहा था । इसे देखते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर तत्काल इस पर सुधार करवाने की मांग किया था।