पंडरिया-नगर में स्थित जनपद कार्यालय भवन अत्यंत जर्जर हो गया है।कई कमरे तो उपयोग के लायक ही नहीं रह गए हैं।जनपद भवन का निर्माण सन 2007 में 25 लाख रुपये की लागत से हुआ था।जो निर्माण के दौरान ही सस्तरहीन था,जिसके चलते बिल्डिंग की दीवारें टूटने लगी।साथ ही समय -समय पर मरम्मत भी नहीं किया गया।यदि बीच-बीच मे मरम्मत किया जाता तो ज्यादा जर्जर नहीं होता।

जनपद भवन का निर्माण जल्द ही करना चाहिए,साथ ही पुराने भवन का उपयोग नहीं करना चाहिए।क्योंकि इस भवन मर कभी भी बड़ी घटना घट सकता है।

प्लास्टर गिर रहे– जनपद भवन के सभापति कक्ष ,दोनों बाथरूम सहित बाहरी छज्जों के प्लास्टर टूट-टूट कर गिर रहे हैं।सोमवार सुबह सफाई कर रहे चौकीदार के ऊपर ही प्लास्टर गिर गया।ज्यादा बड़ा प्लास्टर नहीं होने के कारण चोट नहीं आयी।यदि बड़ी प्लास्टर गिरती तो बड़ी घटना घट सकती थी।
दीवारों के दरार व छड़ बाहर निकल आये-जनपद भवन के एक दो कमरे में इतनी बड़ी दरार है कि इसमें हाथ पार हो जाता है।बड़ी दरार के कारण दीवार अपने जगह से खिसक गई है।जो कभी भी गिर सकती है।इसके अलावा छत के छड़ भी बाहर निकल गए हैं।कभी भी भरभराकर गिर सकती है।
“जिन कमरों में ज्यादा दरारें व प्लास्टर गिर रहे हैं,उन्हें दूसरे कमरे में शिफ्ट किया गया है।भवन के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।”
तरुण बघेल,सीईओ जनपद पंचायत पंडरिया।