भाजपा नेता की गोलीमार कर हत्या का हुआ पर्दाफाश, नगर पंचायत के अध्यक्ष, एक पार्षद और एक पूर्व सरपंच सहित 8 अन्य गिरफ्तार, जानिए कैसे रची थी हत्या की साजिश

पखांजूर। सात जनवरी की रात भाजपा नेता असीम राय की हत्या के मामले में नगर पंचायत पखांजूर अध्यक्ष सहीत नगर पंचायत के पार्षद तथा ग्राम पंचायत चांदीपुर के पूर्व सरपंच सहित अन्य आठ सहयोगी को पुलिस ने आज गिरफतार कर लिया। इन सभी ने हत्या की प्लानिंग रची थी और सात लाख रूपए दे कर सूटर को सुपारी दी थी। इस मामले में पुलिस ने उपयोग की गई वाईक और 3.50 लाख की राषि जप्त कर ली है। गोली मारने वाला मुख्य सूटर सहित हत्या में उपयोग हुआ कटटा अभी पुलिस जप्त नही ंकर पाई है।

भाजपा नेता असीम राय ही हत्या के मामले में आज पुलिस ने मुख्य आरोपी पखांजूर के नगर पंचायत अध्यक्ष व कांग्रेस नेता वप्पा गांगुली, नगर पंचायत पखांजूर के वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद विकास पाल तथा ग्राम पंचायत चंादीपुर के उप सरपंच जितेन्द्र बैरागी सहित अन्य आठ सहयोगी को गिरफतार कर लिया। इस मामले में असीम राय को गोली मारने वाला सूटर अब भी फरार है। पुलिस ने हत्या के लिए उपयोग की गई काली पल्सर बाईक तथा 3.50 लाख रूपए बरामत कर लिए है।

मामले का मुख्य आरोपी वप्पा गांगुली के नगर पंचायत अध्यक्ष पद के खिलाफ अविष्वास प्रस्ताव लाया गया है साथ ही नगर पंचायत में हो रहे निर्माण कार्य की लगातार असीम राय द्वारा षिकायत की जा रही थी जिस कारण वह असीम राय से नाराज था और उसने हत्या की सजीस रची।

विकास पाल नगर पंचायत पखांजूर के वार्ड क्रमांक 2 से भाजपा की टिकट पर पार्षद का चुनाव जीता था और इसके तुंरत बाद वह कांग्रेस का समर्थन करते हुए उनके साथ दिया था। इस समय से ही विकास पाल के साथ असीम राय का विवाद ष्षुरू हो गया था। वर्तमान में उन्हें डर था की उनके द्वारा जो षासकीय भूमि में लॉज बनाया गया है उस पर असीम राय बुलडोजर चलवा देगे।

जितेन्द्र बैरागी वर्तमान में ग्राम पंचायत चांदीपुर के उपसरपंच है। और पंचायत का पूरा काम इन्हीं के द्वारा देखा जाता रहा है। ग्राम पंचायत चांदीपुर असीम राय का गृह ग्राम है और वे इस पंचायत के सरपंच रह चुके है। गांव में इनका असीम राय के साथ विवाद था जिस कारण वे असीम राय को मारना चाहते थे। इन तीनों ने हत्या की साजीस रची।

इस मामले में तीनों मुख्य आरोपियों ने अन्य लोगों से सम्पर्क किया इस मामले में आरोपी तपन मंडल, सुजीत मांझी ने रैकी का काम किया। तो रिपन सडियाल और सुरजीत बाला से संपर्क किया गया। रिपन द्वारा 2014 में असीम राय को गोली मारी गई थी जिसमें उसकी जाच बच गई थी। इस दोनों ने नीलरतन मंडल, जयंत विष्वास तथा ष्षूटर विकास तालुकदार से संपर्क कराया और सात लाख में मामला सेटल हुआ। जिसका भुगतान बप्पा गांगुली तथा विकास पाल के द्वारा किया गया। इस दौरान पैसे के लेन देन में सोमेन मंडल ने भी बड़ी भूमिका अदा की। विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपी दास के साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया। इस मामले में आरोपियों को सात लाख का भुगतान किया गया जिसमें से आरोपियों द्वारा एक लाख में कटटा खरीदा गया और बची राषि आपस में बांट ली गई।

आज प्रदेष के उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय ष्षर्मा, वन मंत्री केदार कष्यप तथा क्षेत्र के विधायक विक्रमदेव उसेंडी भाजपा नेता असीम राय के गृह ग्राम पी.व्ही. 28 पहुंचे और उनके छायाचित्र में पुष्पांजली दे उनके परिजनों से मुलाकात की । इस दौरान उनकी पत्नी ने आरोपियों को फंासी की सजा के साथ साथ अपने पुत्र के लिए नौकरी की मांग की। इस दौरान प्रेस से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा की आरोपियों पर विधि संवत कार्यवाही की जाऐगी। इस दौरान भाजपा के स्थानिय संगठन द्वारा भी उपमुख्यमंत्री से गांव गांव में भाजपा नेताओं की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की मांग की। सर्व आदिवासी समाज की ओर से आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्यवाही की मांग की गई। तो बंग समाज द्वारा असीम राय के पुत्र को नौकरी की मांग की गई।

पुलिस द्वारा मामले की जानकारी देने के लिए पखांजूर थाने में प्रेस कांप्रेंस रखी गई थी इस दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो आरोपियों को फांसी की मांग करने लेगे। पुलिस जब आरोपियों को जेल ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था कर रही थी इस दौरान थाने के सामने लोगों की भीड़ आ आरोपियों को यहीं फांसी देने की मांग करने लगी जिसके बाद पुलिस को बड़ी मसक्कत के बाद भीड़ को समझा बुझा कर वापस भेजा गया और आरोपियों को जेल जे जाया गया।