नया बस स्टैण्ड बिना उपयोग के जर्जर हुआ,जानवरों व असामाजिक तत्वों का अड्डा बना,बदबू के कारण अंदर जाना मुश्किल


पंडरिया- नगर का नया बस स्टैंड बिना उपयोग के ही अब खंडहर में तब्दील हो गया है।बस स्टैण्ड में बदबू के कारण घुसना मुश्किल है।बस स्टैंड बनने के बाद से ही जानवरों व असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है। निर्माण के समय से ही उक्त बस स्टैण्ड अव्यवस्थित रही है। बस स्टैण्ड के भीतर पूरे दिन मवेशी का कब्जा रहता है।विगत कई महीनों से परिसर की सफाई नहीं हुई है।कभी इसकी साफ-सफाई नहीं की जाती है। बस स्टैण्ड परिसर के भीतर जानवरों के गोबर व मूत्र से गंदगी है जिसकी सफाई नहीं होने के कारण यात्री परिसर के भीतर नहीं घुस पाते। सुबह से ही परिसर में शराबखोरी होती है।

परिसर में प्रतिदिन शराब की खाली बोतले व डिस्पोजल पड़ी मिलती है। वहीं लोग इसका उपयोग प्रसाधन के रुप में करते हैं। नगर प्रशासन द्वारा उक्त बस स्टैण्ड की सफाई सहित सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जाता है। सुबह से रात तक इस परिसर में शराब खोरी सहित कई अवैध कार्य हो रहे हैं, जिसे रोकने प्रशासन ने कभी प्रयास नहीं किया जिसके चलते यह खंडहर में बदल गया।परिसर के भीतर बने टिकट काउंटर व चार दुकानें भी बनाई गई है जो चालू ही नहीं हो पाया। इनमें दुकान भी बनाये गए थे।जिनका आबंटन नहीं किया गया।यदि इन दुकानों को आबंटित किया गया होता तो परिसर का देखभाल भी होता तथा सफाई भी होती रहती। इसी प्रकार बस स्टैण्ड के उपर बने कमरों का उपयोग भी अवैध कार्यो के लिए असामाजिक तत्वों द्वारा किया जाता है। बस स्टैण्ड परिसर के ऊपर के मंजिल पर बने कमरों में खिड़कियां लगाई गई थी,जिसे असामाजिक तत्वों के द्वारा तोड़कर चोरी कर लिया गया है।वहीं छड़, शीशा व अन्य सामग्रीयों को गायब कर दिया गया है। बस स्टैण्ड परिसर में लगे सभी खिड़कियां गायब हो चुकी है। इसका मुख्य वजह सुरक्षा का आभाव है।
नहीं उतरते यात्री-प्रशासन द्वारा बस स्टैंड के परिसर की सफाई व सुरक्षा व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण यात्री यहां बस से नीचे नहीं उतरते हैं।परिसर में गंदगी होने तथा जानवरों के बैठे रहने के कारण यात्री यहां नहीं ठहरते,जिससे व्यवसाय प्रभावित होता है। नगर पंचायत व जनप्रतिनिधियों को यात्री सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिए।


यात्री सुविधाएं नहीं– नगर से होकर करीब 7 अन्तर्राज्यीय बसें चलती हैं। बस स्टैण्ड में दिनों-दिन लोगों व यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। किंतु सुविधाएं निरंतर कम होते जा रही है।बस स्टैंड परिसर में पेयजल की कोई सुविधा नहीं है।यात्रियों को यदि पानी की जरूरत है,तो उन्हें पानी नहीं मिल सकता।बस स्टैंड में दो हेण्डपम्प पम्प हैं,दोनों में पानी नहीं निकल रहा है।व्यवस्थित प्रसाधन सुविधा नहीं होने के कारण बाहर से आए यात्रियों विशेष रुप से महिला यात्रियों को प्रसाधन के लिए परेशान होना पड़ता है।10 लाख का वाटर एटीएम करीब 6 वर्ष बाद भी चालू नहीं हो पाया। उक्त बस स्टैण्ड में यात्री सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है।


डिस्मेंटल योग्य हुआ बस स्टैंड– बस स्टैंड परिसर अब पूरी तरह खंडहर हो गया है,जिसमें अब सुधार संभव नहीं दिख रहा है।छत की छड़ें निकल आई है,छत कभी भी गिर सकती है।वहीं अंदर के दरवाजे,फर्श सहित कमरे भी जर्जर हो गए हैं।शासन को जल्द ही डिस्मेंटल कर नए बस स्टैंड का निर्माण करना चाहिए।इस बस स्टैंड में कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
“बस स्टैंड काफी जर्जर हो चुका है,पिछले दिनों इसका अवलोकन किया गया था।नए बस स्टैंड का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। ,कोमल ठाकुर, सीएमओ नगर पालिका पंडरिया।