शतरंज ओलंपियाड की मशाल पहुंची छत्तीसगढ़, मुख्यमंत्री और खेल मंत्री सहित खेल संघों, खिलाड़ियों, बच्चों और जनप्रतिनिधियों ने किया जोरदार स्वागतशतरंज ओलंपियाड की मशाल का स्वागत और अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह बहुत गौरव का विषय है कि वर्ल्ड चेस फेडरेशन ने पहली बार ओलंपिक मशाल की तर्ज पर चेस मशाल रिले की अनुमति दी है। भविष्य में चेस ओलंपियाड का आयोजन भले ही किसी भी देश में हो, उसके मशाल की शुरूआत भारत से ही होगी। रायपुर के साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित स्वागत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि इस बार चेस ओलंपियाड की मेजबानी हमारा देश कर रहा है। मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन को विशेष तौर पर बधाई देता हूं कि उन्होंने इस गौरवपूर्ण आयोजन की मेजबानी के लिए अपने राज्य की ओर से 75 करोड़ रुपए की गारंटी और विश्व स्तरीय अधोसंरचना उपलब्ध कराई है। तमिलनाडु का महाबलीपुरम 188 देशों के दो हजार से अधिक खिलाडियों के दांव-पेंच तथा शह-मात के दिमागी कौशल का गवाह बनेगा।
शतरंज ओलंपियाड की मशाल पहुंची छत्तीसगढ़, मुख्यमंत्री और खेल मंत्री सहित खेल संघों, खिलाड़ियों, बच्चों और जनप्रतिनिधियों ने किया जोरदार स्वागतमुख्यमंत्री ने कहा कि शतरंज ओलंपियाड मशाल की आज प्रदेश में मौजूदगी हमारे उदीयमान शतरंज प्रतिभाओं के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा का काम करेगा। उन्होंने राजनांदगांव की शतरंज खिलाड़ी किरण अग्रवाल का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने 1986 से 1990 के बीच दो बार ओलंपियाड में भाग लिया था। इस गौरव को फिर से दोहराने की जरूरत है। तमिलनाडु में आयोजित ओलंपियाड में हमारे छत्तीसगढ़ की भी भागीदारी हो रही है। भिलाई के अलंकार भिवगड़े वहां निर्णायक की भूमिका निभाएंगे। किरण अग्रवाल, विनोद राठी तथा एम.के. चन्द्रशेखर वहां आयोजन समिति का हिस्सा हैं। प्रदेश के अलग-अलग स्कूलों से चुने गए छह खिलाड़ी भी ओलंपियाड में शामिल होंगे और बड़े-बड़े खिलाड़ियों को देखकर सीखेंगे।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि देश में हो रहे सबसे बड़े खेल आयोजन की मशाल आज छत्तीसगढ़ की धरती पर पहुंची है जिसका हम तहेदिल से स्वागत और अभिनंदन करते हैं। उन्होंने बताया कि महाबलीपुरम में आगामी 28 जुलाई से 10 अगस्त तक शतरंज ओलंपियाड का आयोजन हो रहा है। इस खेल के जन्मदाता भारत को पहली बार इसके आयोजन की जिम्मेदारी मिली है। शतरंज ओलंपियाड की मशाल देश के 75 शहरों से गुजर रही है जिसके 61वें पड़ाव के रूप में आज यह रायपुर पहुंचा है। उन्होंने मशाल के स्वागत के लिए पहुंचे सभी खेल संघों, खिलाड़ियों, जनप्रतिनिधियों और स्कूली बच्चों के प्रति आभार व्यक्त किया। छत्तीसगढ़ राज्य चेस एसोशिएशन के अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंघानिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव नीलम नामदेव एक्का और संचालक श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा सहित अनेक विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।