बारिश से पहले बनी सड़क पहली बारिश में ही उखड़ना हो गया शुरू

जिले में चल रहे विकास कार्यों में मानक की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं और साहब सिर्फ पता करवाने की बात कहते रहते हैं...

आशीष दास

कोंडागांव/ बड़ेडोंगर । कोंडागांव जिले में इस समय विकास के नाम पर खुली लूट मची हुई है। विकास कार्यों को अंजाम देने वाले खुलेआम मानकों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जबकि अधिशासी अधिकारी हर बार की तरह इस बार भी जांच कराने की बात कहकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए। जिले में चल रहे विकास कार्यों में मानक की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं और साहब सिर्फ पता करवाने की बात कहते रहते हैं। ऐसे में अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। अब तक किसी भी ठेकेदार के विरुद्ध न तो कोई जांच हुई और न ही कोई कार्रवाई। यहां ऐसे ही सब गोलमाल का खेल चल रहा है।

अंदरूनी क्षेत्र में विकास के नाम पर चल रहा है कि खेल-मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा विकासखण्ड फरसगांव के अंदरूनी संवेदनशील क्षेत्रों में बन रहे सड़क निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का बिलकुल ध्यान नहीं रखा जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी के लापरवाही व मिलीभगत से ठेकेदार मनमर्जी घटिया निर्माण कार्य करवाकर अपनी जेब गर्म कर रहे हैं।

समाचार में लगातार उठता रहा घटिया निर्माण का मुद्दा, लेकिन जिम्मेदारों ने नहीं दिया ध्यान- इसका ताजा उदाहरण बड़ेडोंगर क्षेत्र में देखने को मिला। विकासखंड फरसगांव के अंदरूनी क्षेत्र ग्राम पंचायत नेट से मराकड़ा होते हुए पावड़ा पहुंच मार्ग 8.90 किमी 3.79.59 लाख रुपए लागत की बनी सड़क मात्र चार महीने में ही उखड़ना शुरू हो गया। पिछले बरसात में बनी सड़क घटिया निर्माण की पोल खोल कर रख दी। उक्त सड़क का निर्माण कार्य रायपुर राजीव नगर निवासी ठेकेदार गोविन्द अग्रवाल द्वारा बनाया गया। उक्त सड़क निर्माण के दौरान ग्रामीणों ने घटिया सड़क निर्माण का आरोप भी लगाया था, साथ इस मुद्दे को समाचार में लगातार प्रमुखता से उठाने के वावजूद शासन प्रशासन व संबंधित विभागीय अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दिए जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ेगा। आगे चलकर ग्रामीणों को आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

सरपंच एवं ग्रामीणों का कहना है कि- ग्राम पंचायत नेट के सरपंच रैनुराम मरापी एवं धनीराम कावड़े, मानकु राम, लखमु राम, सतबऊ राम, राजूराम, सुखदेव, दशरथ, संतु, मैनू, सोमनाथ सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है क्षेत्र में किए गए कार्य गुणवत्ताहीन होने के बावजूद आज तक किसी ठेकेदार पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने बताया किठेकेदार द्वारा सड़क से सटे बिजली खंबा, पत्थर एवं पेड़ को भी बिना हटाएं सड़क का निर्माण कर दिया। जो कभी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है, साथ ही सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा बेस बनाने में घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया। बेस में केवल मिट्टी के ऊपर हल्का गिट्टी डालकर बिना पानी एवं रोलर दबाएं पतला डस्ट को बिछाकर सड़क का निर्माण किया है जो पानी लगते ही अपने आप डामर को छोडऩे लगा है और सड़क उखडऩे लगी है। इस स्थिति से अदांजा लगाया जा सकता है कि ठेकेदार ने कितना घटिया काम किया कि बारिश से पहले बनी सड़क एक बारिश को भी सह नहीं पाया और उखाड़ना शुरू हो गया।  अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं ऐसी स्थिति को देखते हुए अधिकारियों के ऊपर उंगली उठना लाजमी है।क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारीपीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर यार मरकाम से बात करने पर उन्होंने कहा सड़क जितना उखड़ा हुआ है उसका सुधार करेंगे। मुझे भी एक बार मौके पर जाकर देखना पड़ेगा। शायद ठेकेदार का मशीन वहां पहुंच गया है जितना सड़क खराब हुआ है ठेकेदार से उसका सुधार करवाया जाएगा।