आशीष दास
कोंडागांव/बड़ेडोंगर । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार कर स्तरहीन निर्माण सामग्री का उपयोग कर सड़क निर्माण कराया जा रहा है। जिले में हर जगह सड़कें बनायी गई एवं पांच साल के मेंटनेन्स सहित संविदा की पूर्ति भी गई है, किन्तु भ्रष्टाचार के कारण सड़कें केवल नाम मात्र के लिए ही निर्मित की गई, जिसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ। गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण से कुछ महीनों में ही सड़कें उखड़ने लगी हैं और जगह-जगह धंसने भी लगी हैं। ऐसा लगता है मानों अधिकारियों ने इस योजना को तिजोरी भरने का माध्यम बनाकर ठेकेदारों को घटिया निर्माण करने का लाइसेंस दे दिया है। जो सड़कें वर्तमान में बन रही हैं उसकी गुणवत्ता निर्माण स्थलों का निरीक्षण कर जांचा जा सकता है लेकिन कमीशन के आगे ऐसा कुछ नहीं होता। वहीं कुछ साल पहले बनी सड़कों की दुर्दशा घटिया निर्माण की कहानी खुद ही बयां कर रही हैं। पांच साल तक सड़कों के मेंटनेंस की जिम्मेदारी भी ठेकेदार पूरा नहीं कर रहे हैं। राज्य सरकार और संबंधित विभाग भ्रष्टाचार की शिकायतों को संज्ञान में लेने की जगह ठेकेदारों और कमीशन खोर अधिकारियों को उपकृत कर रहा है। इधर सड़क घोटालों को छुपाने के लिए राज्य सरकार मरम्मत के लिए भी टेंडर जारी कर उन्हें एक और कमाई का मौका दे रही है जिससे शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है।
बड़ेडोंगर से कोनगुड़ सड़क का ये हाल– महज 4 साल में 1251.75 लाख की सड़क मटियामेट हो गई है। सड़क में जगह-जगह गड्ढे हो गई हैं और अब तक ठेकेदार न तो सड़क की रिपेयरिंग कराई और न ही किसी तरह की कार्रवाई की। जबकि गड्ढों के कारण वाहनों की गति धीमी हो गई है। आए दिन इन गड्ढों के कारण हादसे का संभावना बनी हुई है और जब भी गुणवत्ता हीन सड़क निर्माण का मामला उठता है तो साहब साफ तौर पर 5 साल तक ठेकेदार द्वारा संधारण करने का बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेता है और इस 5 साल के अंदर कोई भी ठेकेदार कुछ लोगों को छोड़कर सड़क मरम्मत नहीं करवाते और स्वत: ही सड़क का बील फाइनल हो जाता है।
खराब गुणवत्ता के कारण गारंटी पीरियड में ही उखड़ा सड़क–मुख्यालय से अंदरूनी क्षेत्र को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत एकमात्र सड़क जो बड़ेडोंगर से कोनगुड़ पहूंच मार्ग महज चार साल पहले 1251.75 लाख रुपए खर्च किए थे। लेकिन सड़क की गुणवत्ता खराब होने के कारण गारंटी पीरियड में ही उसमें गड्ढे हो गए। अभी सड़क में कई गहरे गड्ढे हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश में इस सड़क की हालत और ज्यादा खराब हो जाती है जिससे लोगों को गुजरना भी मुसीबत का सबब बन गया है।
पैच रिपेयरिंग केवल जनसूचना बोर्ड तक सीमित_ इस सड़क पर प्रतिदिन आवागमन करने वाले ग्रामीण हेमचन्द देवांगन, महेंद्र सलाम, शंकर शार्दुल,रूपराम बैद्य,कुमार सेठीया, निर्मल नाग,बारंबार नेताम, जुगधर मरापी, मयाराम मरकाम सहित अन्य लोगों का कहना है कि सड़क की रिपेयरिंग कार्य केवल जन सूचना बोर्ड तक ही सीमित है दरअसल यह सड़क बनने के बाद आज तक ठेकेदार द्वारा इस सड़क में पैच रिपेयरिंग कार्य एक बार भी नहीं करवाया गया। 28 मई 2022 को बड़ेडोंगर में मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान उक्त सड़क के गड्ढे को मुरूम से पाटकर रिपेयरिंग कार्य करवाया गया था जो महज कुछ दिन में ही उखड़ गया और गड्ढे जस के तस बने हुए हैं इसके बावजूद विभागीय अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।