आशीष दास
कोंडागांव । विकासखंड फरसगांव के अंतर्गत ग्राम पंचायत भंडार सिवनी में वर्ष 1965 में बनी प्राथमिक शाला भवन अब पुरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुकी है। प्राथमिक शाला भंडार सिवनी के भवन की शिक्षा विभाग ने शायद ही कभी मरम्मत की होगी, जिससे इस पुराने शाला भवन का यह हाल हुआ। शासन-प्रशासन की लापरवाही के चलते यह अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है।अब उसमें पढ़ने वाले पहली से पांचवी तक 54 बच्चों को खंडहर भवन के पास ही बने मिडिल स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में शिफ्ट करा दिया। बच्चों को पहली से तीसरी तक एक साथ एवं चौथी एवं पांचवी के बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाने से बच्चों व शिक्षकों को भी व्यवस्था बनाने में दिक्कत आ रही है। शिक्षा विभाग ने जिले भर के जिन शाला भवनों की मरम्मत का प्रस्ताव शासन को भेजा था, उनमें भंडार सिवनी का यह विद्यालय भवन भी शामिल है। शासन से आवंटन न मिलने के कारण भवन निर्माण का काम नहीं हो पाया है।गौरतलब है कि इस शाला परिसर में बच्चों की खेलने की जगह में मिडिल स्कूल स्कूल का अतिरिक्त कक्ष तो बना दिया गया लेकिन पुराने भवनों को नहीं तोड़ा गया हैं, जो खतरनाक खंडहर में बदल चुके हैं। इस खंडहर में तब्दील शाला भवन दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है लेकिन भवनों को तोड़ने शिक्षा विभाग को कोई दिलचस्पी नहीं है। सालों पहले भवन की खपरैल छत और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई थी। भवन के कमरों में मलबा गिरा पड़ा है। बच्चे खेलते खेलते हो वहां जाने से कभी भी दुर्घटना हो सकती है। अभिभावकों व ग्राम पंचायत ने नवीन भवन की निर्माण होने तक बच्चों को अतिरिक्त कक्ष में शिफ्ट करने का आग्रह किया और शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर भवन निर्माण शीघ्र कराने की मांग की लेकिन इस विषय में शासन प्रशासन गंभीर नहीं है।भंडार सिवनी ग्राम में मुख्य स्थान पर स्थित इस शाला की दूर्दशा को लेकर अभिभावकों में भारी गुस्सा है। उनका कहना है कि अब नया भवन की मांग को लेकर आंदोलन किया जाएगा। स्कूल प्रबंध समिति और गांव के सरपंच बालसिंह मरकाम का कहना है कि शासन की अनदेखी के कारण बच्चों की परेशानी बढ़ रही है।इस विषय पर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक पटेल का कहना है कि जिले भर के सभी मरम्मत योग्य और नवीन भवन निर्माण की आवश्यकता वाले स्कूलों का सूची बनाकर प्रस्ताव भेज दिया गया है शासन से जब भी आवंटन प्राप्त होगा तो मरम्मत व निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा, और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए खंडहर में तब्दील स्कूल भवन को डिस्मेंटल कराने की व्यवस्था किया जा रहा है।
