तथाकथित दंत चिकित्सक ने कर दिया दांतो का इलाज, इलाज के बाद बिगड़ गया मामला, सरपंच संघ के पूर्व अध्यक्ष ने लगाया आरोप, फर्जी डाक्टर पर कार्रवाई की मांग, पाटन का मामला


पाटन। ग्राम लोहरसी निवासी सरपंच संघ के पूर्व अध्यक्ष , पूर्व जनपद सदस्य बाबूलाल चंद्राकर ने पाटन के एक दंत चिकित्सक को फर्जी बताते हुवे उन पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया की वे दूसरे के पर्ची पर इलाज कर दवाई लिखते है। उनसे इलाज कराने के बाद पूरा मामला बिगड़ गया। इसे उनके सिर में दर्द होने लगा था आंखों की भी रौशनी कामत होने लगी। जब जानकारी लेने के लिए उक्त फर्जी चिकिस्त्क के पास गए तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। बाबूलाल  चंद्राकर ने आज इसकी शिकायत कलेक्टर, एसपी, से कर जांच की मांग की है।
श्री चंद्राकर द्वारा कलेक्टर को सौपे ज्ञापन में बताया है की
कुछ दिनों से उनके तीन चार दॉतो में दर्द हो रहा था जिसके ईलाज करवाने पाटन स्थित दवाखाना में दिनांक 19/07/2022 को गया ।जहाँ पर बैठाया और उसके दोंतो में चार इन्जेक्शन लगा दिया। जिससे उसका तीन चार दांत शून्य हो गया और दाँतो में छेद कर दिया ।दॉत शून्य होने के कारण कुछ पता ही नहीं चला पुछने पर बताया कि दांत को ठीक करने के लिए दांत को शून्य करके उसमें छेद कर दिया है।तब श्री चंद्रकार ने कहा उनके बिना पूछे एवं बिना सहमति के आप इस तरह क्यों कर दिया तब उसने कहा जो होना है हो गया है बहस करने से कुछ नही होगा और एक पर्ची में दवाई लिखकर दिया और खरीद कर लाने को कहा जिसमे दो डॉ. रामकृष्ण वर्मा एवं डॉ. तृप्ति वर्मा का नाम लिखा हुआ था।  तब वे उक्त इलाज करने वाले डॉ. लोग कहा है और आप कौन हो पूछा  तब उसने कहाँ आपको ईलाज से मतलब है कि डॉक्टर से और तीन दिन बाद आने को कहा इस तरह से उनके कहने के अनुसार हर तीन दिन में 6 दिन वहाँ पर जाते रहा इसी बीच उक्त दोनों डॉक्टर को एक भी दिन नहीं देखा। तब पुनः  उक्त दोनों डॉक्टर के बारे में पूछा तब उसने कहा वह लोग नहीं आते में ही सबका ईलाज करता हूँ। श्री चंद्राकर ने फिर जानकारी किया तब पता चला कि उक्त वाई के देवांगन के पास किसी प्रकार योग्यता प्रमाण पत्र या डिग्री आदि कुछ भी नहीं है। उन दोनों डॉक्टरों के नाम से पर्ची बनवा कर खुद लगभग 15 वर्षों से लोगों के दांतों का इलाज खुद ही कर रहा है और लोगों को जानकारी न हो इसलिए दवाई मंगवाने के बाद पर्ची वापस मांग लेता था।। वैसे ही उनके साथ भी हुआ लेकिन एक पर्ची को  उनसे मांगना भूल गया ।उसी पर्ची में उन्ही के द्वारा लिखा गया दवाई के नाम व पीछे में फीस का रकम लिखा हुआ है।  6-7 बार अस्पताल आने के बाद भी  दांत ठीक नही हुआ और मवाद भरता रहा था तब उन्होंने उसे बताया कि मरे दांत का दर्द और बड़ गया है साथ ही मस्तक दर्द भी हो रहा है एवं आँखो की रोशनी भी कम हो गया। तब उसने कहा मुझे जितना जानकारी है आपका मैं ईलाज कर दिया अब तुम दूसरे डॉ. के पास ईलाज करवा लो कहकर ईलाज बंद कर दिया।  श्री चंद्राकर ने बताया की इसी तरह ईलाज करने से कई लोगों को विभिन्न बिमारी हो गई जिससे कई लोगों की मौत भी हो गया है।। 3-4 साल पहले उनके अस्पताल में जांच भी किया गया इस कारण अस्पताल एवं उक्त डॉक्टर का फर्जी होना पाया गया । इस कारण अस्पताल में ताला एवं शील भी लगा दिया लेकिन कुछ दिन बाद उक्त ताला एवं शील को तोड़कर उक्त वाई के देवांगन द्वारा पुनः ईलाज किया जा रहा है। साथ ही उक्त दोनों डॉ. रामकृष्ण वर्मा एवं डॉ. तृप्ति वर्मा कभी भी उक्त देवांगन अस्पताल पाटन में नही आते और उक्त फर्जी व्यक्ति को ईलाज के लिए बैठा दिया गया है जो कि कानूनन अपराध है ।इसलिए इसका भी जांच करके कार्यवाही करने की मांग की है। इन सब घटना कम में श्री चंद्राकर के गांव का निवासी रमेश साहू सहयोगी के रूप में उनके साथ में था ।उक्त फर्जी डॉ. के साथ में एक महिला भी सहयोगी के रूप मे रहती है जिसका नाम वे नही जानता जो कि खोरपा गांव में रहती है।  श्री चंद्रकार ने आवेदन के साथ उक्त फर्जी डॉ. द्वारा दिया गया पर्ची जिसने उक्त दोनों डॉ. रामकृष्ण वर्मा एवं तृप्ति वर्मा का नाम है आवेदन में संलग्न किया है।