तहसीलदार द्वारा दिए स्थगन आदेश का असर नहीं, देखते ही देखते तन गया अवैध कब्जा कर मकान, तहसीलदार को पंचायत ने तीन बार दिया आवेदन, पर नहीं हुई कोई कार्रवाई, आज फिर सरपंच और पंचगण पहुंचे तहसीलदार से फरियाद करने


पाटन। ग्राम पंचायत तर्रा में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करके मकान बनाने का मामला सामने आया है । ऐसा नहीं है कि अवैध कब्जा को रोकने का प्रयास नहीं किया गया हो। ग्राम के सरपंच विपिन चंद्राकर एवं पंचों ने आज तहसीलदार श्रीमती मीना साहू को ज्ञापन सौंप कर अवैध कब्जा पर कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी जब अवैध कब्जा होने की जानकारी तहसीलदार पाटन को दिए गए थे तब तहसीलदार पाटन के द्वारा अवैध कब्जा धारी को स्थगन आदेश दिया गया था। लेकिन अवैध कब्जाधारियों के द्वारा तहसीलदार द्वारा जारी किए गए स्थगन आदेश को भी दरकिनार करते हुए धड़ल्ले से निर्माण कार्य जारी रखा। अब लगभग निर्माण कार्य पूरी भी हो चुकी है। इससे पहले पंचायत के द्वारा दो बार पहले भी आवेदन दिया गया एवं आज भी आवेदन देकर अतिक्रमण पर कार्रवाई की मांग की है। तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम के लोकेश यदु पिता ईश्वरी यदु, रवि चंद्राकार पिता राधेलाल चंद्राकर के द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर मकान बनाया गया है। जिस पर पहले भी कार्रवाई की मांग की गई थी।। अगर राजस्व विभाग के द्वारा समय पर पंचायत द्वारा दिए गए आवेदन पर कार्रवाई की गई होती तो आज अवैध कब्जा हट गया होता। अब पूरी तरह से मकान बन गया है उसके बाद पंचायत के प्रतिनिधि आज फिर तहसीलदार श्रीमती मीना साहू को अवैध कब्जा हटाने के लिए ज्ञापन सोपा है। अब देखना है कि राजस्व विभाग आखिर पंचायत के द्वारा बार-बार सूचना देने के बाद भी कार्रवाई करती है कि नहीं।