आशीष दास
कोंडागांव/बोरगांव बस्तर सेवा समिति आश्रम चपका एवं गायत्री परिवार के धर्म प्रेमियों के द्वारा पांच मांझीयों के क्षेत्र भंडारसिवनी, केरावाही, लंजोड़ा कोसागांव एवं सिरसीकलार के तत्वावधान में भंडार सिवनी के जाड़ापदर में तीन दिवसीय पांच कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया गया।
इस पांच कुंडीय महायज्ञ का आयोजन दिनांक 11 फरवरी को गांव में भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। जिसमें ग्राम भंडार सिवनी जाड़ापदर तथा आसपास क्षेत्र के श्रद्धालु गण एवं गायत्री परिवार से जुड़े सभी भक्तजनों ग्रामीण श्रद्धालुओं ने हवन कुण्ड में आहूतियां देते हुए सभी ने क्षेत्र की खुशहाली, अपने परिवारों में शांति, खुशहाली व समृद्धि की कामना की।
इस आयोजन में रामलाल मांझी भंडार सिवनी, रामसाय माझी केरावाही, बालकराम मांझी लंजोड़ा, मेघनाथ मांझी कोसागांव, मंगलसाय मांझी सिरसीकलार एवं गायत्री परिवार द्वारा विगत तीन दिनों तक महायज्ञ का विधिवत संचालन किया गया। इस दौरान भी भक्तजनों के लिए राम कथा महाराज जगदीश शरण के द्वारा आयोजन किया गया।
दिनांक 12 फरवरी को स्वर्गीय बाबा बिहारी दास जी की धर्मपत्नी जी का इस कार्यक्रम में आगमन हुआ और उनके मधुर वाणी का श्रद्धालुओं ने आनंद का उपभोग किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महायज्ञ का धुंआ जहां तक पहुंचता है तथा वैदिक मंत्रोच्चारण भी जिन जिन प्राणियों के कर्णगोचर होते हैं उनमें पुण्य और सद्गुण का संचार होता है। उन्होंने कहा कि भगवान के प्रति समर्पण भाव से आना चाहिए तथा महायज्ञ का अवश्य दर्शन करना चाहिए। यज्ञ ही श्रेष्ठ कर्म है इसे कभी भी त्यागना नहीं चाहिए।
कार्यक्रम के अंतिम दिन रविवार को महायज्ञ की पूर्णाहुति पर महाप्रसाद का वितरण किया गया। इस तीन दिवसीय महायज्ञ के दौरान यज्ञ स्थल पर रामकथा का आयोजन भी किया गया। प्रतिदिन रात के समय आयोजित होने वाली रामकथा के साथ साथ संगीतमय भजनों की प्रस्तुति दी गई। जिसे देखने के लिए आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में ग्रामीण यज्ञ स्थल पर पहुंचे।