पंडरिया- कार्यकारी जिला अध्यक्ष छ ग सर्व आदिवासी समाज (रुढ़ि जन्य परम्परा आधारित)कबीरधाम सुखनंदन धुर्वे के प्रेरणा से ब्लाक में स्थित ग्राम चरखुरा के देवगुड़ी स्थल में बुधवार को पूजा अर्चना कर पौधारोपण किया।समाज के लोगों द्वारा रुढ़ि जन्य परंपरा से ओतप्रोत आदिवासी धर्म, संस्कृति, रीति – रिवाज रहन-सहन, खान पान सहित 52 गढ़, 57 परगना, गोंडवाना साम्राज्य के गोंड राजा महाराजा शंकर शाह मेरावी पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह मेरावी के शहादत दिवस पर शत् -शत् नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
आमंत्रित अतिथियों सहित मातृ शक्ति,पितृ शक्ति,युवा शक्ति,युवती शक्ति,एवं ग्राम वासियों के द्वारा द्वव राजा पिता पुत्र के तेल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात समस्त आमंत्रित अतिथियों एवं ग्राम के सगा समाज के द्वारा ग्राम में 0,55 डिसमिल में स्थित आदिवासी देवगुड़ी के चारों तरफ वृक्षारोपण कर प्रकृति शक्ति बुढ़देव एवं धर्म ध्वजा (सतरंगी) आराधना करते हुए समस्त आदिवासी समुदाय के शिक्षा स्वास्थ्य खुशहाली एवं सर्वांगीण विकास की कामना किया गया।
वक्ताओं के द्वारा समाज में उपजे विभिन्न समस्याओं सहित रूढ़ि प्रथा शिक्षा संस्कृति सभ्यता सहित संवैधानिक हक, अधिकार की व्याख्या किया गया। साथ ही वर्तमान शासन तंत्र के द्वारा आदिवासी समाज के विभिन्न समस्याओं सहित आदिवासी समाज के अध्यनरत छात्र-छात्राओं की अप्राप्त छात्रवृत्ति एवं संविधान के द्वारा प्रदत्त अधिकारों के लिए निवेदन शासन के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए रणनीति बनाकर शासन से एकजुट होकर सड़क की लड़ाई लड़ने की भी योजना बनाई गई।

कार्यक्रम में छ ग सर्व आदिवासी समाज (रुढ़ि जन्य परम्परा आधारित) के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ संतोष धुर्वे, प्रांतीय उपाध्यक्ष(महिला प्रभाग) मीनाक्षी धुर्वे, जिला गोंड सेवा समाज समिति कबीरधाम के कार्यकारी जिला अध्यक्ष सी आर राज, जिला उपाध्यक्ष मनोहर सिंह धुर्वे, संरक्षक इतवारी मरावी, कवर्धा ब्लॉक अध्यक्ष संतोष मरावी, अनुसूचित जनजाति शासकीय विकास संघ के जिला उपाध्यक्ष अंजोर सिंह सिदार, जिला उद्घोषक मलिक मरकाम,जिला पदाधिकारी परमेश्वर सिंह सिदार, देवचरण धुर्वे,राजकुमार धुर्वे, मनीराम धुर्वे,जिलाध्यक्ष (महिला प्रभाग) मानकुंवर धूमकेती, पदाधिकारी धीरज छेदवी, भगेला मरावी,नरेंद्र धुर्वे,छ ग सर्व आदिवासी समाज कबीरधाम के जिलाध्यक्ष (महिला प्रभाग) राजकुमारी धुर्वे, (युवा प्रभाग) सगनू धुर्वे, कार्यक्रम के उद्घोषक देवन सिंह धुर्वे,नरेंद्र धुर्वे सरपंच रानीदहरा, परस धुर्वे, परसोत्तम धुर्वे,जलेश धुर्वे,फेरहा मेरावी, अनुज धुर्वे, बीशेसर धुर्वे सरपंच बैहरसरी,खेलू धुर्वे, जितेन्द्र मरावी, डिहवार अशोक सिंह ध्रुवे , छड़ीदार भगवानी ध्रुवे, मातृशक्ति के रूप में पूर्व सरपंच राजकुमारी ध्रुव , बसंतीन ध्रुवे , अमरीका ध्रुवे ,मिथिला बाई, किरण ध्रुव,रामकुवर ध्रुवे, इंद्राणी ध्रुवे, सुखबाई, देविका, पुसैया बाई नरबद ध्रुवे, मानकुवर ध्रुवे ,अजोर बाई, सरिता बाई, मानकी ध्रुवे ,जलबाई,त्रिवेणी ध्रुवे, अघघ्न बाई, दुवसिया बाई, महेश्वरी ध्रुवे ,सुनीता ध्रुवे, लीलावती, शिवबती ध्रुवे ,फुलेश्वरी बाई, श्याम बाई, रामकली ध्रुवे, सीता बाई एवम पितृशक्ति के रूप में रामनाथ ध्रुवे,मंगल सिंह, हजारू ध्रुवे , रूपसिंह ध्रुवे, रामजी ध्रुवे ,टोपसिंह, ईश्वरी ध्रुवे, मंगलू ध्रुवे ,रामबोहरिक, रसपाल ध्रुवे, दिलीप धुर्वे,रमेश धुर्वे, रामचंद धुर्वे,महेश ध्रुवे,विनोद ध्रुवे, रामकिशुन ध्रुवे, दुकलहा ध्रुवे, रामसिंग ध्रुवे, टीकम सिंह, मोहन सिंह, श्यामनाथ ,धनुक ध्रुवे,संजू ध्रुवे, गने ध्रुवे, श्यामसिंग,सरजू ध्रुवे, हीरा सिंह , जयसिंह, तिहारी ध्रुवे ,जस्सू, मनोज, नदराम,फूलचंद, अरुण,भोला,नरेश,विक्रम,दुर्गेश, रघुनाथ, मुकेश,गुलाब,नागेश,बसंत ध्रुवे ग्रामवासियों सहित सैकड़ो आदिवासी समाज जनों की उपस्थिति में सफल कार्यक्रम संपन्न हुआ।