पंडरिया । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई पाण्डतराई के कार्यकर्ताओं ने शहीद दिवस मनाया। शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए सैकड़ो की संख्या में नगर वाशियो ने दीप प्रज्वलित कर शहीदों को नमन किया। डॉ दीपक चंद्राकर ने बताया की भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के जीवन से हमें देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। साथ में उन महान क्रांतिकारियों के जीवन से हम यह भी सीख सकते हैं कि अगर देश की आन, बान और शान के खिलाफ कोई ताकत खड़ी होती है तो हमें बल के साथ-साथ वैचारिक रूप से भी उसे कुचलने की आवश्यकता है। क्योंकि विचार कभी मरते नहीं है। बेशक इसके लिए गहन अध्ययन की भी आवश्यकता होती है। सर सुशील मलिक ने बताया जब भगत सिंह को फांसी पर चढ़ाया गया उस समय भगत सिंह महज 23 साल के थे। लेकिन उनके क्रांतिकारी विचार बहुत व्यापक और आला के दर्जे के थे। न केवल उनके विचारों ने लाखों भारतीय युवाओं को आजादी की लड़ाई के लिए प्रेरित किया, बल्कि आज भी उनके विचार युवाओं का मार्गदर्शन करते हैं। जिला संयोजक चंद्रवंशी ने बताया 23 मार्च का दिन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। साल 1931 को आज ही के दिन भारत में ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकन में अपना अहम किरदार निभाने वाले तीन महान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी पर लटकाया गया था। उनकी याद में हर साल 23 मार्च को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि उनके बलिदान को देश हमेशा याद रखे। जिसमें मुख्य रुप से डॉ.दीपक चंद्राकर, सुशील मलिक, रामसरण, अवनीश तिवारी, जिला संयोजक तुषार चंद्रवंशी ,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संगीता चंद्रवंशी ,नगर मंत्री शेषनारायण, तुलसी यादव, मिथलेश, चमन, अंकिता केसरी, निकिता, रिकिता, अजय, लक्ष्मण, कामता, लीला, गोपाल, जलेश्वर, धर्मेंद्र,मानस, अंकित, अमित,आनंद,कालेश्वर ,आनंद, गोकुल, जलेश्वर, सुनील चंद्रवंशी, चमन, टेकचंद बंजारे ,मुकेश, महावीर, व्यास सहित अभाविप के समस्त कार्यकर्ता मौजूद थे।
