सबसे कम उम्र के पार्षद हो सकते है नगर पालिका के उपाध्यक्ष

अमलेश्वर। माना जाता है कि गुरु घासीदास वार्ड क्र.05 जिन्होंने नाम दिलाया वो पालिका के सबसे पुराने दिग्गज नेता है माने जाते है अगर वो जिनके सर पर हाथ रख दे उसकी किस्मत चमक जाती है उनके पिता स्व नाथूराम घिडोड़े  जनपद उपाध्यक्ष और उनके माता लीला बाई जनपद सदस्य थे उन्होंने आस पास के गांव में बहुत सारी भूमिकाओं के साथ अपने कई दायित्वों को पूरा करने के साथ साथ स्वर्ग सुधार गए और उन्होंने ही भूपेश बघेल को विधायक के रूप में आगे बढ़ाने में सहायता किए थे उनके पुत्र ओंकार घिडोड़े पूर्व सरपंच,पूर्व पार्षद ,पूर्व मनरेगा सदस्य (छ ग़) थे, माना जाता है कि सभी के राजनीतिज्ञ गुरु भी है।

जिनको रास्ता दिखाया उन्होंने ने ही इनको चोट पहुंचाया लेकिन इनका कोई कुछ नहीं कर पाया पूरे क्षेत्र में इनका ही बोल बाला चलता है और इनका कहना यह है कि उपाध्यक्ष दीपक को ही बनाना है और सबसे कम उम्र के पार्षद निर्वाचित हुए है जो कि इनके भतीजे दीपक घिडोड़े है पालिका में सबसे ज्यादा वोट से जीत इनको ही मिला है जो कि पढ़ा लिखा युवा अब कमान संभालने के तैयारी में लग गए है।

युवाओं के हाथ में अगर बाग डोर हो तो सभी काम निरंतर तरीके से होगे और पार्टी को मजबूत तरीके से संवारने का काम करेंगे कंधे से कंधा मिलाकर चलने भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया पालिका बनने से हमारी सभी सुविधाएं पालिका से ही सुचारू होगे जन जन के साथ पालिका को सुंदर स्वच्छ बनाने का सपना साकार करने जा रहे है।