महज डेढ़ वर्ष की आयु में कई प्रतिभाएं है,इन जुड़वा बहनों में…नव्या और नायरा की प्रतिभा देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे, पढ़िए पूरी खबर

संजय साहू

अंडा । जहां बच्चे डेढ़ साल की उम्र में बोल नहीं पाते वहीं अंडा निवासी डॉ सुलभ चंद्राकर कार्डियोलॉजिस्ट और स्वर्गीय श्रुति चंद्राकर की जुड़वा बेटियां नव्या नायरा को ए से जेड हिंदी के वर्ण नम्बर बोलने के साथ साथ पूरी तरह समझते भी हैं। सभी रंग,आकार विश्व के नक्से में बहुत से देशों को पहचानना तथा विश्व के बहुत से शहरों को भी भली भांति जानते हैं।

महीनो सप्ताह के नाम के साथ साथ रामायण के बहुत सारे पात्र को जानते हैं। भूपेश बघेल को भी जानते हैं । दोनों बहनों को पढ़ाई में बहुत ही रूचि है दोनों बहन कभी खिलौने के लिए नहीं लड़ाई करते बल्कि पुस्तक के लिए लड़ाई होते हैं। दोनों को अभी बाते करने नहीं आता पर हिंदी और अंग्रेजी के 20 से अधिक कविता सुना देते हैं। दोनों बहुत शांत और शर्मीली है।

दोनों सभी प्रकार के जानवरों पक्षियों को पहचानने के साथ साथ आवाज़ भी निकालते हैं। दोनों को ट्रैफिक रूल भी पता है बहुत सारी चीज़ें बिना बताए ही सीख जाते हैं । नव्या नायरा के दादा डा सुदामा चंद्राकर शिशु रोग विशेषज्ञ और दादी भारती चंद्राकर समाज सेवी है ।

नव्या नायरा के नाना डा अशोक चंद्राकर रिसामा निवासी आयूष यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं तथा नानी कालेज में प्रोफेसर हैं।