राजनीती विज्ञान विषय में अध्ययन पश्चात अवसरो की कमी नहीं – अमृतेष शुक्ला

पाटन कालेज मे राजनीती विज्ञान परिषद उद्धघाटित
पाटन। शासकीय चंदूलाल चंद्राकर स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय पाटन मे राजनीती विज्ञान विभाग मे विभागीय इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता व मुख्य अतिथि के रूप में अमृतेष शुक्ला सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, इंदिरा गाँधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय वैशाली नगर भिलाई व कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ शोभा श्रीवास्तव उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर की गई, तत्पश्चात आगंतुक अतिथियों को विभागाध्यक्ष जितेन्द्र मंडावी द्वारा पुष्प पौध भेंटकर स्वागत किया गया। उद्बोधन की कड़ी में राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष जितेंद्र कुमार मंडावी द्वारा सत्र 2023 24 में आयोजित होने वाले गतिविधियों एवं कार्यक्रमों से अवगत कराया। प्राचार्य डॉ शोभा श्रीवास्तव द्वारा राजनीती विज्ञान परिषद के पदाधिकारीयों के नामो की घोषणा कर परिषद का उद्घाटन किये। राजनीती विज्ञान परिषद के अध्यक्ष चूड़ामणि नागवंशी एम ए तृतीय सेमेस्टर, उपाध्यक्ष कु विभा साहू एम ए प्रथम सेमेस्टर, सचिव कु मधु वर्मा एम ए तृतीय सेमेस्टर, सहसचिव कु ईशारानी एम ए प्रथम सेमेस्टर बने।

तत्पश्चात डॉ श्रीवास्तव ने सभी का अभिनंदन करते हुए राजनीती विज्ञान विभाग की उपलब्धियां की सराहना करते हुए विभागीय इंडक्शन प्रोग्राम के उद्देश्यों प्रकाश डाला. आज के कर्यक्रम सफलता के लिए व परिषद के पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दिए। मुख्य वक्ता अमृतेष शुक्ला ने पावर पॉइंट के माध्यम से एमए राजनीति विज्ञान मे पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम की विस्तार से जानकारी प्रदान किये, साथ ही बताये की राजनीति विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त कर लेने के पश्चात जैसे शिक्षा,विभाग उच्च शिक्षा विभाग,राजनीतिज्ञ, राजनीतिक सलाहकार आदि क्षेत्रों में अपना कैरियर बना सकते हैं, राजनीती में एमए की डिग्री प्राप्तकर्ता के लिए अवसरों की कमी नहीं है। ज्ञात हो की अप्रैल मे ही शासकीय महाविद्यालय वैशालीनगर तथा पाटन के राजनीती विज्ञान विभाग मे एम. ओ. यु हुआ था आज इंडक्शन का कार्यक्रम आयोजित हुआ कार्यक्रम का संचालन कर रहे अतिथि सहायक प्राध्यापक चंद्रशेखर देवांगन पाठ्यक्रम के अतिरिक्त के अन्य पुस्तकों के अध्ययन पर जोर दिया और कहा कि आप इसके अध्ययन से आसानी से उत्तीर्ण कर सकते है। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी के रूप में राजनीति विज्ञान परिषद के अध्यक्ष चूड़ामणि नागवंशी ने किया प्रथम व सेमेस्टर के समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित थे।