शासन के कार्रवाई का भी नहीं है खौफ, पहले सड़क किनारे ही किए अवैध कब्जा, अब फारेस्ट की जमीन पर नाली को पाटकर किया जा रहा कब्जा, पंचायत सहित राजस्व विभाग को चुप्पी का गांव में हो रही खूब चर्चा, पाटन के मोतीपुर गांव का मामला

बलराम यादव
पाटन। पाटन ब्लॉक के ग्राम मोतीपुर इन दिनों काफी सुर्खियों में है। यहां पर पखवाड़े भर पहले ही आधा दर्जन से अधिक निर्माणाधीन दुकान और मकान पर बुलडोजर चलाया गया था। ये सभी दुकानें अतिक्रमण कर बनाया जा रहा था। जिसे नायब तहसीलदार की उपस्थिति में तोड़ा गया। अब मामला यही पर समाप्त नहीं होता। ग्रामीणों का कहना है कि अब तो पूरा खेल शुरू हुआ है। ग्रामीणों का सवाल है कि सड़क के दोनों किनारे बड़ी मात्रा में अवैध कब्जा कर मकान दुकान बनाया गया है। कई मकान दुकान अभी भी निर्माणाधीन है। आखिर इन अवैध कब्जाधारियों पर राजस्व विभाग और पंचायत इतना मेहरबान क्यों है कि जिस कब्जा को तोड़ गया उसके लगे हुए और भी अवैध कब्जा है। आखिर क्यों इन पर बुलडोजर नहीं चलाया गया। इतना मेहरबान क्यों है शासन प्रशासन आखिर इन अवैध कब्जाधारियों पर। ग्रामीणों के मन में यह सवाल आज भी गूंज रहा है।( शेष खबर विज्ञापन के नीचे पढ़े)

ग्राम मोतीपुर में मोतीपुर से अमलेश्वर जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण कर फोर लेन बनाया गया है। इसके बाद इस सड़क के आसपास बड़ी पैमाने पर अवैध कब्जाधारी सक्रिय हो गए। कुछ तो पहले से गांव वाले अवैध कब्जा कर रखे थे उसे भी महंगे दामों में खरीदकर मकान और दुकान बनावाई है। अवैध कब्जा में निर्माण की खबर जब मीडिया ने प्रमुखता से उठाया तो राजस्व और पंचायत विभाग सक्रिय हुआ। लेकिन इसमें भी काफी गालमेल हो गया। जो बड़े बड़े सीना तान कर खड़े बिल्डिंग को अवैध कब्जा कर बनाया है उन पर पहले बुलडोजर चलना चाहिए था। लेकिन कुछ ही लोगों के दुकान मकान पर बुलडोजर चला। जबकि ग्रामीणों को भरोसा था कि कार्रवाई हो रही है तो सब में होगी।