जीवन में दीक्षा गुरु एक ही होना चाहिए –संत राजेंद्र महाराज जी

अंडा। दुर्ग जिला और बालोद जिला के मध्य खप्परवाड़ा से 3 कि. मी. के दूरी पर श्री
विष्णु धाम महायज्ञ (मंदिर) ओटेबंद बगीचा में श्रीमद्भागवत पुराणों का सम्राट है संत राजेंद्र जी श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के इस पावन पवित्र अष्टम दिवस श्री धाम वृंदावन से पधारे राष्ट्रीय संत राजेंद्र जी महाराज अमृतवाणी के द्वारा दत्तात्रेय जी के 24 प्रकार के गुरु का वर्णन व्याख्यान करते हुए महाराज जी ने कहा कि कि जीवन में शिक्षा गुरु अनेकों हो सकते हैं लेकिन जीवन में दीक्षा गुरु एक ही होना चाहिए ।

गुरु शरीर से हो या ना हो उसके द्वारा प्रदान महामंत्र अंधकार को मिटाकर के जीवन में प्रकाश भर देता है इसलिए जीवन में जब तक गुरु नहीं तो जीवन शुरू नहीं जीवन मैं भागवत हो श्रीरामचरितमानस हो श्रीमद्भागवत गीता जीवन में एक संत हो जीवन में एक मार्ग हो जो परमात्मा के पास तक हमें पहुंचा सके वह हमें सब गुरु के द्वारा एवं सत्संग से ही प्राप्त होगा जिस प्रकार औषधालय में जाते है औषधि प्राप्त हो जाती है।

विद्यालय में जाने के बाद विद्या प्राप्त होती है उसी प्रकार संत गुरु के पास जाने के बाद सत्संग प्राप्त हो जाता इसलिए सत्संग की महिमा अनंत है नारद जी की मां ने सत्संग प्राप्त किया तो नारद जैसे की प्राप्ति हुई कयाधु ने गर्भ में सत्संग प्राप्त किया उसे भक्त प्रहलाद पुत्र के रूप में प्राप्त हुए सुनीति के जीवन में संतो के प्रति आदर का भाव था उसको भक्त ध्रुव के रूप में प्राप्त हुए जो भगवान की भक्ति प्राप्त करके जनमानस को बताया कि की तपस्या कभी निरर्थक नहीं होती जीवन में यज्ञ सत्संग कथा सदैव श्रवण करते रहना चाहिए कलयुग में कथा कीर्तन भजन का युग है जितना प्रभु का नाम मानव जब सके उसे जपना चाहिए कलयुग में दान से और भगवान के नाम से ही परमात्मा को प्राप्त किया जा सकता है श्रीमद्भागवत की महिमा का व्याख्यान करते हुए कहा कि 18 पुराणों में श्रीमद्भागवत श्रेष्ठ जिस प्रकार बहने वाली नदियों में मां गंगा श्रेष्ठ है उसी प्रकार क्षेत्रों में जैसे काशी श्रेष्ठ उसी प्रकार पुराणों में श्रीमद्भागवत श्रेष्ठ है श्रोता किस भाव के साथ जिस कामना के साथ जिस भावना के साथ श्रवण करता है उसकी संपूर्ण मनो कामना पूर्ण होती हाय आज कथा का विश्राम दिवस है एवं तुलसी वर्षा एवं भागवत जी का पूजन किया गया कल के प्रातः कालीन कथा में गीता पर सत्संग होगा एवं महाआरती कथा स्थल ओटेबंद बगीचा श्री विष्णु धाम मंदिर जिला बालोद छत्तीसगढ़ में हैं।


भागवत कथा के पुरोहित में बैठे शेरसिंह देशमुख, केजिया बाई देशमुख , मंदिर के अध्यक्ष बाबूलाल चंद्राकर, उपाध्यक्ष बिरेन्द्र दिल्लीवार, सदस्य लवकुश चंद्राकर, बब्ला चंद्राकर,पुरूषोत्तम चन्द्राकर, भगवान सिंह चंद्राकर, रोहित चंद्राकर , सरपँच प्रेमलाल ठाकुर ,भागेश्वरी साहू, पूर्व सरपंच खेमन चन्द्राकर, जीवन लाल साहू सहित समस्त मंदिर के सदस्यगण ने बताया कि आज 4 मार्च शनिवार तुलसी वर्षा, गीता प्रवच, पूर्णाहु किया जायेगा , और शाम 4 बजे महा प्रसादी वितरण किया जायेगा। प्रति दिन रात्रिकालीन 8:00 बजे से श्री बजरंग मानस रामलीला मंडली निपानी तह.व जिला बालोद द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया जा रहा हैं। और इस 11 दिन के महायज्ञ मेला में गुण्डरदेही,अर्जुन्दा,रनचिरई थाना का विशेष सहयोग मिल रहा हैं। और महायज्ञ मेला का आज समापन होगा।