||गौरीनंदन को शत् शत् अभिनन्दन||
सभी कार्य के शुभारंभ की सफलता का,

आशिष देने वाले गौरीनंदन को शत् शत् अभिनन्दन||
जीवन के बाधाओं को दुर करने वाले,
निराशाओं मे एक दीपक आशाओं का,
संचार करने वाले गौरीनंदन को शत् शत् अभिनन्दन||
ऋद्धि सिद्धि के स्वामी,विध्ननाशक का स्वरूप,
अत्यंत मनोहर एकदंत चतुर्भुज मोदक प्रिय,
जीवन को मधुरता से परिपूर्ण करने वाले
गौरीनंदन को शत् शत् अभिनन्दन||
सवारी करे मूषक की रक्त चंदन धारक,
रक्तवर्ण के पुष्प चढ़े,कष्टों के उद्धारक,
सिन्दूर चढ़े मंगल का प्रतीक,
जीवन को खुशीयों की लालिमा देने वाले,
गौरीनंदन को शत् शत् अभिनन्दन||
बुद्धि के देवता,सबके प्रिय,सुख समृद्धि मिले सबको,
पुत्र पार्वती के स्मरण से,मुश्किलों में राह दिखाने वाले
गौरीनंदन को शत् शत् अभिनन्दन||