पंडरिया। ब्लाक अंतर्गत नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों की संख्या अवैध ईंट भट्ठे संचालित है।जिस पर राजस्व विभाग किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करता है।नगर के पाढ़ी मार्ग,कुबा खुर्द,मोहतरा,रमतला,मैनपुरा,महली, रेंगबोड,गुंझेटा,रहमान कापा,बिरकोना,कुंडा,मोहगांव,दामापुर,रुसे,कुई,नेउर,रहूंटा,कापादह,पडकी कला,धोबघट्टी,दुल्लापुर,कोदवागोड़ान व आस-पास के क्षेत्रों सहित मैदानी व पहाड़ी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ईंट भट्ठे संचालित हैं।ब्लाक का कोई गांव ही ऐसा हो जहां ईंट निर्माण नहीं हो रहा होगा।कुछ निजी उपयोग के लिए ईंट बना रहे हैं।अधिकतर ईंट भट्ठे शासन को बिना राजस्व दिए व्यावसायिक उपयोग के लिए ईंट निर्माण करते हैं।ऐसे ईंट भट्ठों पर राजस्व व खनिज विभाग को कार्यवाही करनी चाहिए।
पर्यावरण को कर रहे खोखला– ईंट निर्माण से पर्यवारण को भारी क्षति हो रही है।पर्यावरण पूरी तरह खोखला होते जा रहा है।नदी किनारे पम्प लगाकर नदी के पानी का दोहन किया गया,जिससे नदी समय से पहले सुख गई।कई गांवों में नदी में 10 से अधिक पम्प चलाएं जा रहे हैं।वहीं नदी किनारे मिट्टी की खुदाई करने से तटबंध व गांव के समतल जमीन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।इसी तरह ईंट पकाने के लिए वनों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है।ईंट निर्माण से मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण संसाधन जल,जंगल व जमीन तीनों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।जिससे पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

फ्लाई एस ब्रिक्स ईंट को अनिवार्य किया जाए– शासन के आदेश के बाद भी अधिकतर जगहों पर लाल ईंटों का प्रयोग किया जाता है।जबकि सभी शासकीय निर्माण में फ्लाई एस ब्रिक्स का उपयोग करने के निर्देश है।शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।शासकीय भवन सहित शासन के अनुदान से निर्मिति होने वाले प्रधान मंत्री आवास सहित सभी निर्माण में फ्लाई एस ब्रिक्स का उपयोग अनिवार्य किया जाना चाहिए।जिससे लाल ईंटों की खपत में कमी आएगी तथा पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके।
“क्षेत्र के सभी ईंट भट्ठों की जांच कर अवैध ईंट भट्ठों पर कार्यवाही की जाएगी।”
सुनील कुमार सोनपीपरे,तहसीलदार पंडरिया।