पाटन–लोगों के शौक अजीब अजीब होते हैं दुनियाभर में कई तरह के लोग रहते हैं जो अपने हिसाब से शौक पाल कर रखते हैं मगर पाटन तहसील के बटंग गांव के निवासी महेश वर्मा जिनके द्वारा हजारों साल पहले के सिक्कों को एकत्र किया है, उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर तरीघाट मे प्रदर्शनी लगाई है,जिसमे भारत के वर्तमान ,आजादी के पहले ,अमेरिका ,सिंगापुर, हांगकांग, युक्रेन के नोट व स्टाम पेपर को प्रदर्शित किया, तरीघाट गांव में प्रदर्शनी के दौरान हुजूम उमड़ पड़ा, भारी संख्या में गांव वाले लोगों ने शिरकत की, ग्रामीणों के बीच चर्चा का दौर शुरू हो गया, तरीघाट गांव पुरातात्विक महत्व वाला गांव है,और तरीघाट मे इन चीजों के प्रदर्शन करने से उन्हें ऐतिहासिक चीजों को देखने को मिला
भारत के आलावा विदेशी सिक्के शामिल
भारत के वर्तमान सिक्के नोट जो अभी चल रहे हैं, वही आजादी के पहले व कुशान पाल,मेवाड़ शासन, कलचुरी वंश के विभिन्न चीजों के साथ अमेरिका, सिंगापुर, हांगकांग, युक्रेन नोट,सिक्के व स्टाम पेपर प्रदर्शन में रखे गए
सिक्के के साथ स्टाप पेपर व ऐतिहासिक महत्व की चीजे
प्रदर्शनी में सिक्के के साथ साथ स्टाम पेपर व अनेक चीजों को रखी गई थी, भारत वर्ष में अनेक राजाओं ने शासन किया उनके सि्क्को के साथ जरूरी चीज दिखाई गई
सिक्को को एकत्र करने में 40वर्ष से अधिक लगे
महेश वर्मा मुलत: पाटन तहसील के बटंग गांव के रहने वाले हैं,उन्हें इस तरह के चीजों का शौक बचपन से रहा और वे बचपन से ही इस तरह चीजों को एकत्रित करने में लग गये,उन्हें सिक्को को सहेजने मे 40 वर्ष से अधिक का समय लगा
पुरातात्विक महत्व वाले गांव तरीघाट मे लगाया प्रदर्शनी
महेश वर्मा ने अपने प्रदर्शनी को तरीघाट मे लगाया, और पहले लगाने का उद्देश्य तरीघाट पुरातत्व महत्व वाला गांव है,जिनमे इन चीजो की परख पहले से और वे इनकी जानकारी बखुबी रखते हैं
गांव वाले लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा
महेश वर्मा द्वारा एकत्र किये गए सिक्को को देखने वाले लोगों मे हुजूम उमड़ पड़ा क्योंकि वे ऐसे ऐतिहासिक धरोहर अनुभव लेने पहुंचे और भारी संख्या में ग्रामीण पहुंच कर भारत के आलावा विदेशी सिक्के को परखा