कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम के सरपंच जिनेश जैन ने बताया कि भगवान राम अविश्वसनीय पारमार्थिक गुणों से संपन्न थे। वो ऐसे गुणों के अधिकारी थे जिनमें अदम्य साहस और पराक्रम था, और जो सभी के अप्रतिम भगवान थे। एक सफल जीवन जीने के लिए, श्री राम का जीवन का अनुकरण करना श्रेस्कर उपाय है। श्रीराम का जीवन एक पवित्र अनुपालन का जीवन, अद्भुत बेदाग चरित्र, अतुलनीय सादगी, प्रशंसनीय संतोष, सराहनीय आत्म बलिदान और उल्लेखनीय त्याग का जीवन था। श्री राम सद्गुणों के खान थे। राम न केवल दयालु और स्नेही थे बल्कि उदार और सहृदयी भी थे। भगवान राम के पास एक अद्भुत शारीरिक और मनोरम शिष्टाचार था। श्री राम का व्यक्तित्व अतुल्य और भव्य था। वह अत्यंत महान, उदार, शिष्ट और निडर थे। वे बहुत सरल स्वभाव के थे।
साथ ही आयोजन में कुल 10 टीमो ने भाग लिया सभी का प्रदर्शन प्रशसनीय रहा।
प्रतियोगिता में मंच संचालन दिलीप हिरवानी, तरुण साहू, नरेंद्र हिरवानी ने किया।