तीन दिवसीय स्व.दाऊ रामचंद्र देशमुख प्रदेश स्तरीय नाचा गम्म्मत महोत्सव का हुआ समापन, प्रदेश में नाचा गम्मत बोर्ड के गठन के लिये मुख्यमंत्री से की जायेगी चर्चा – गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू

दुर्गग्रामीण से राजेन्द्र साहू की रिपोर्ट

दुर्गग्रामीण । तीन दिवसीय स्व.दाऊ रामचंद्र देशमुख प्रदेश स्तरीय नाचा गम्म्मत महोत्सव आयोजन के माध्यम से दर्शकों ने हर्ष,उल्लास के वातावरण में नाचा कलाकारों द्वारा मनोरंजन के माध्यम से नशा मुक्ति , शिक्षा के प्रति जागरूक, स्वच्छता , लोक संस्कृति के बीच एक से बढ़कर एक मनमोहक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। जब प्रदेश स्तर के आयोजन में पहली बार मंच दुर्ग जिले के ग्राम निकुम में मिला तो वे स्व रचित गीत, छोटे छोटे मनोरंजन के उपकरणों से तैयार धुन के माध्यम से आकर्षक वेशभूषा, आभूषण में सज धजकर इस तरह नृत्य कला ,नाट्य कला प्रसंग का प्रदर्शन किया । देखने वाले दर्शक भी पल भर के लिए विलुप्त हुई नाचा गम्मत के करीब पहुँच गए,उनके नृत्य ,वेशभूषा, नाट्य रंगबिरंगी पोशाकों में गुम होकर टकटकी निगाहों से मंच की ओर ही निहारते रहें। नृत्य के साथ बाँसुरी, मादर,पेटी, तबला , ढोल, झांझ, मंजीरे की कर्णप्रिय धुन और गायकों के उत्साह से भरे बोल ने सबकों भावविह्वल करते हुए थिरकने से भी मजबूर कर दिया। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार प्रदेश स्तर के इस आयोजन को देखकर हर किसी ने जहाँ तारीफ किया वहीं इस आयोजन में शामिल नाचा कलाकारों ने मंच मिलने पर खुशी जताते हुए कहा कि नाचा गम्म्मत के संस्कृति व लोककला को जन-जन तक पहुचाने का इससे बढि़या माध्यम हो नही सकता है। जीवन के उत्साह और उल्लास को नृत्य के माध्यम से पिरोकर नाचा गम्म्मत के कलाकारों ने मंच पर आकर्षक ढंग से प्रस्तुत कर अपने साथ छत्तीसगढ़ की पहचान को भी स्थापित किया। महोत्सव के समापन अवसर इस कार्यक्रम के सयोंजक रूपेश देशमुख ने इस आयोजन का उद्देश्य को लेकर अपनी विस्तृत जानकारी दी साथ ही उन्होंने नाचा गम्मत कलाकारों की मांग पर प्रदेश में बोर्ड गठन की मांग अतिथियों से की । इस आयोजन पर अतिथि के रूप में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने छत्तीसगढ़ सरकार की सराहना करते हुए कहा कि छतीसगढ़ी लोककला की अपनी कला, संस्कृति होती है। इसकी पहचान आवश्यक है। नाचा गम्म्मत संस्कृति की पहचान एक सीमित क्षेत्र में सिमट कर रह जाती है। प्रदेश स्तरीय नाचा गम्मत महोत्सव का आयोजन ऐसे सीमित क्षेत्र में सिमटे हुए कलाकारों की प्रतिभाओं को सामने लाने के साथ बड़े स्तर पर उनकी पहचान को स्थापित करते हुए नाचा गम्मत कला और संस्कृति की संरक्षण में एक बड़ा कदम है। छत्तीसगढ़ के भिन्न अंचल अलग अलग जिला सहित अन्य कलाकारों की प्रस्तुति को शानदार बताते हुए नाचा गम्मत समुदाय से जुड़े नृत्यों का आयोजन समय-समय पर होते रहने की बात कही। महोत्सव में नृत्य देखने आने वाले दर्शकों के साथ ही कलाकारों के आतिथ्य व सत्कार पर शासन को धन्यवाद दिया। छत्तीसगढ़ के कलाकारों की प्रस्तुति देखकर अहसास हुआ कि यहां की संस्कृति, जीवन में कितनी विविधताए है। बड़े मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने के बाद हर कलाकारों का विश्वास दुगना होगा और आने वाले समय में सभी कलाकार ऐसे आयोजन में भाग लेंगे। कार्यक्रम में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए मंच से कहा कि सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ी संस्कृति को सहेजने और राष्ट्रीय स्तर पर उभारने का काम किया जा रहा है। उनके ही प्रयास से छोटे छोटे स्थानों के कलाकारों को आज एक बड़े मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए जगह मिली है। अलग अलग जिलो से प्रसिद्ध दमकच नृत्य ,गम्म्मत प्रस्तुत करने वाले कलाकारो ने बताया कि वे देश-विदेश में इस नृत्य को प्रस्तुत कर चुके है। छत्तीसगढ़ में प्रदेश स्तर का आयोजन होना गर्व की बात है। यहाँ दर्शकों का प्यार और सरकार के सत्कार से वे बहुत अभिभूत है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने नाचा गम्मत कलाकारों का जो सम्मान दिया है वह हम जैसे कलाकारों को प्रोत्साहित करता है। इस मौके पर मुख्य रूप से गुंडरदेही विधयाक व संसदीय सचिव कुँवर सिंह निषाद,नगर निगम चरौदा महापौर निर्मल कोसरे ,नगर निगम रिसाली महापौर शशि सिन्हा ,अध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग शालिनी रिवेन्द्र यादव,अध्यक्ष जनपद पंचायत दुर्ग देवेन्द्र देशमुख, आदिवासी कला परिसद के छत्तीसगढ़ के नवल शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य योगिता चन्द्राकर, माया बेलचंदन, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जिला अध्यक्ष किसान कांग्रेस पुकेश चन्द्राकर एवं कार्यक्रम के संरक्षक केशव बंटी हरमुख,समाज सेवी भूषण साहू,जनपद सदस्य रूपेश देशमुख,टिकेश्वरी देशमुख,राकेश हिरवानी,हेमकुमारी देशमुख,नोहर साहू,पूर्व जिला पंचायत सदस्य नन्दकुमार साहू,सरपंच मुक्ती सुधाकर,आशा देशमुख,घसिया राम देशमुख,मनोज चन्द्राकर,इन्द्रजीत देशमुख सहित स्थानीय पत्रकार संजय साहू ,राजेन्द्र साहू,दिलीप साहू सहित जनप्रतिनिधि व छत्तीसगढ़ के नाचा संघ के पदाधिकारी एवं आस पास के ग्रामीण जन उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के मंच संचालन खिलेन्द्र संजू यादव के द्वारा किया गया।

समापन दिवस पर इन नाचा पार्टी का हुआ आयोजन

मोर संगी जहुरिया नाचा पार्टी गुजरा धमतरी तुलसी के पूजा नाचा पार्टी कचांदुर बालोद,बेटा के सुरता नाचा पार्टी ऊपरवाह,माटी के मयारू नाचा पार्टी अचानकपुर फुलवारी मुंगेली,जय मां शारदा नाचा पार्टी कुसमी साल्हे भाठा महासमुंद, अमर ज्योति नाचा पार्टी कुल्हारदो राजनांदगांव, मया के फुलवारी नाचा पार्टी संतपाली महासमुंद, छत्तीसगढ़ लोक नाचा पार्टी घिना बालोद, जय गंगा मैया नाचा पार्टी कुही खुर्द की प्रस्तुती दी गई।