पंडरिया– छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सीमावर्ती गांव जलधा में सोमवार को छायाचित्र प्रदर्शनी आयोजित किया गया।हैदराबाद निवासी भारत के प्रसिद्ध फोटोग्राफर सतीश लाल अंधेकर ने जलधा गांव में साप्ताहिक बाजार के दौरान भारत के 22 राज्यों के आदिवासी चित्र को लेकर एक छाया चित्र प्रदर्शन आयोजित किया गया।श्री अँधेकर लंबे समय से आदिवासी संस्कृति का फोटोग्राफी के जरिये संकलन कर रहे हैं।प्रदर्शनी में आदिवासियों के संस्कृति, पहनावा व आचरण को छायाचित्र के माध्यम से दिखाया गया।इस एक दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन पद्मश्री अर्जुन धुर्वे द्वारा किया गया।
साप्ताहिक बाजार में इस प्रकार के छायाचित्र का प्रदर्शन पहली बार हुआ।क्षेत्र के बैगा आदिवासियों यहां आकर दूसरे प्रदेश व राष्ट्र के आदिवासियों के चित्रों को देखकर बहुत आश्चर्य व्यक्त किया।साथ ही अनेक राज्य व राष्ट्र के आदिवासियों से परिचित हुए।इन आदिवासियों में मन मे अन्य राज्यों के आदिवासियों व उनके संस्कृति को जानने जिज्ञासा व उत्साह देखा गया।फोटोग्राफर सतीश लाल अँधेकर ने बताया कि वे हैदराबाद से क्षेत्र के बैगा आदिवासियों को अन्य प्रदेशों के आदिवासियों की संस्कृति, रहन-सहन तथा धार्मिक रीति-रिवाजों से परिचित कराने आये हुए हैं।उन्होंने बताया कि वे 22 राज्य के आदिवासी सहित अन्य देशों में आदिवासियों के संस्कृति का फोटोग्राफी किये हैं।जिन्हें दिखाकर क्षेत्र के बैगा आदिवासियों को परिचित कराया जा रहा है।बैगा आदिवासियों को अन्य राज्यों के शरीर पर बने गोदना, उनके आराध्य व पूजा पाठ के तौर – तरीकों व पहनावा को छायाचित्र के माध्यम से दिखाया गया तथा उनके व अन्य राज्यों के आदिवासी संस्कृति में समानता व विभिन्नता से अवगत कराया गया।

- May 27, 2025
छायाचित्र प्रदर्शनी से क्षेत्र के बैगा आदिवासियों ने जाना 22 राज्यों के आदिवासियों की संस्कृति।प्रसिद्ध फोटोग्राफर सतीश ने लगाई प्रदर्शनी।
- by Ruchi Verma