आशीष दास
कोंडागांव । कोण्डागांव जिले के केशकाल विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरा में सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर के द्वारा अखिल भारतीय समन्वित परियोजना – सरसों के सहयोग से तिलहन फसलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले शहिद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र के मुख्य अन्वेषक एवं वैज्ञानिक डॉ. प्रफुल्ल कुमार के द्वारा प्रशिक्षण उपरांत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरसों का बीज वितरण किया एवं फसलों में बीजोपचार की तकनीक एवं इसके महत्व पर प्रकाश डाला। कृषि विज्ञान केन्द्र, कोण्डागांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ ओमप्रकाश ने प्रशिक्षण के दौरान किसानों को धान एवं मक्का फसलों की जगह तिलहन फसलों को लेने एवं फसल विविधीकरण को अपनाने के बारे में बताया। कृषि विज्ञान केन्द्र, कोण्डागांव के वरिष्ठ अनुसंधान कर्ता डॉ. प्रफुल्ल कुमार ने किसानों को बीजोपचार का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण एवं डॉ. अजय तिवारी ने फसलों की बीजोउत्पादन के बारे में बताया।इस मौके पर नवल मरकाम ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के द्वारा फसल परिवर्तन करने पर शासन से मिलने वाले प्रोत्साहन एवं विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। ग्राम सरपंच, पंचो एवं वरिष्ठ ग्रामीण जनों के द्वारा किसानों को बीज वितरण कर, तिलहनी फसलों के दैनिक जीवन के उपयोग के बारे में बताते हुए किसानों से इसे अपनाने को कहा। कार्यक्रम में क्षेत्र के किसान, किसान मित्र के साथ साथ उग्रेश मरकाम, कुणाल यादव, महेन्द्र कुमार अन्य स्थानीय व्यक्तियों की महती भूमिका रही।
