बलराम यादव/9893363894
पाटन। छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के।प्रांतीय आह्वान पर पाटन एवं जामगाव एम परियोजना के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका भी अब चरणबद्ध आंदोलन में शामिल होंगे । इसी कड़ी में 7 जनवरी शनिवार से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका काली पट्टी लगाकर काम करेंगे। बता दें कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित महिला बाल विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूर्ण करने का निवेदन किया गया था। लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर किसी भी प्रकार की विचार नहीं किया गया है। इससे अब चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जा रहा है। जिसके तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका 7 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक अपने-अपने आंगनबाड़ी केंद्र पर काली पट्टी लगाकर काम करेंगे। इसके बाद भी अगर मांग पूरी नहीं हुई तो 23 जनवरी से आंगनबाड़ी बंद करके वह हड़ताल पर बैठ जाएगी। यह सांकेतिक हड़ताल 27 जनवरी तक जारी रहेगा। इसकी जानकारी पाटन परियोजना के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने परियोजना अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर दी है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पाटन ब्लॉक में महिला बाल विकास विभाग के द्वारा जामगांव एम एवं पाटन परियोजना का संचालन किया जा रहा है। पाटन परियोजना में कुल 267 आंगनवाड़ी है जिसमें एक कार्यकर्ता व सहायिका पदस्थ है।। इसी तरह से जामगांव एम परियोजना में 184 आंगनबाड़ी केंद्र है जिसमें सहायिका व कार्यकर्ता पदस्थ । है इन आंगनवाड़ी केंद्रों में 23 से ताला लग जाएगा।।
ये कार्य होंगे प्रभावित
आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता व सहायिकाओं के हड़ताल पर चले जाने से महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं का कार्य पूरा ठप हो जाएगा। बताया जा रहा है कि अभी वर्तमान में मुख्यमंत्री कन्या विवाह की तैयारी में महिला एवं बाल विकास विभाग के जमीनी कार्यकर्ता जुटी हुई है । यह काम भी प्रभावित होने की संभावना है वही बच्चों को जो गर्म भोजन मिलता है वह भी नहीं मिल पाएगा। आंगनबाड़ी में बच्चों के विकास के लिए कुछ गतिविधियां कराई जाती है वह गतिविधियां भी बंद रहेगी। इसके अलावा किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ्य जांच जो आंगनवाडी होते हैं वह भी प्रभावित हो सकती है। इस तरह से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की हड़ताल पर चले जाने से बच्चों को काफी नुकसान हो सकता है।