पाठकों की पाती में आज दिन विशेष: रामनवमी के शुभ अवसर पर शीतल साहू के कलम से

राम

धर्म मे राम

कर्म में राम।

दर्शन में राम

वर्चन में राम।

विचारों में राम

संस्कारो में राम।

विमर्श में राम

उत्कर्ष में राम।

साहित्य में राम

लालित्य में राम।

कला में राम

कल्याण में राम।

गीत में राम

प्रीत में राम।

नीति में राम

संस्कृति में राम।

तुलसी के राम

मीरा के राम।

दशरथ पुत्र अवतारी राम

पुरुषोत्तम मर्यादाधारी राम।

कब नही है राम

कहाँ नही है राम।

जीवन के हर क्षण में राम

संसार के कण कण में राम।

जन्म से मृत्यु तक है राम

बंधन से मुक्ति तक है राम।