पंडरिया में दो बीईओ व दो बीआरसी, विभाग में कैसे चलेगी व्यवस्था

राजकुमार सिंह ठाकुर

पंडरिया । ब्लाक अंतर्गत शिक्षा विभाग चर्चा का विषय बना हुआ है।पूरे प्रदेश में इकलौता ब्लाक है जहां दो बीईओ व दो बीआरसीसी पदस्थ हैं।इससे शासन की अव्यवस्था उजागर हो रही है।पंडरिया विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बीईओ के पद पर दो अधिकरी तथा खंड स्रोत समन्वयक के पद पर दो अधिकारी कार्यरत हैं।शासन के आदेशानुसार पिछले महीने विकास खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर फिरोज खान व खंड स्रोत समन्वयक के पद पर अर्जुन चंद्रवंशी की नियुक्ति की गई थी।वहीं पूर्व से कार्यरत बीईओ जीपी बनर्जी का स्थानांतरण बिल्हा बिलासपुर व समन्वयक राकेश चंद्रवंशी का स्थानांतरण बोड़ला ब्लाक कर दी गई थी।जिसके तहत खान व चंद्रवंशी ने पंडरिया में कार्यभार ग्रहण कर लिया।पूर्व से कार्यरत बीईओ बनर्जी ने बीईओ पद के लिए हाई कोर्ट में अपील की थी,जिस पर हाई कोर्ट ने स्थगन दिया है।जिसके अनुसार श्री बनर्जी पुनः पंडरिया बीईओ कार्यालय में उपस्थित हो गए हैं।इसी प्रकार समन्वयक चंद्रवंशी कार्यमुक्त नहीं हुए हैं।इन घटनाक्रम के चलते विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यलय पंडरिया में दो बीईओ व दो बीआरसीसी कार्य कर रहे हैं।शिक्षा जगत व शिक्षा विभाग के जानकार लोगों का कहना है कि इस प्रकार के अव्यवस्था का जिम्मेदार शासन है।शिक्षाविद डीआर साहू ने बताया कि राजनैतिक व अन्य कारणों से जिले में किसी आदेश का पालन नहीं किया जाता है, जिसके कारण अव्यवस्था फैल रही है।शासन को स्पष्ट रूप से आदेश का पालन करने निर्देशित करना चाहिए। जिससे शिक्षा विभाग सहित सभी विभागों में अव्यवस्था फैली हुई है।उन्होंने बताया कि शासन द्वारा शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग ,राजस्व विभाग सहित सभी विभागीं मे स्थानांतरण किया गया है,किन्तु कर्मचारी -अधिकारी को कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।शिक्षा विभाग में करीब 100 कर्मचारी प्रतिदिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं।शासन-प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते मामले हाई कोर्ट तक पहुंच रही है।

कार्य प्रभावित,कर्मचारियों में असमंजस-विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पंडरिया में दो बीईओ व दो समन्वयक होने से कार्य प्रभावित होने की संभावना है।शासन को जल्द ही ठोस निर्णय करना चाहिए।पूरे शिक्षा विभाग में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि किसे बीईओ माना जाए।एक शासन के आदेश से पदस्थ हैं,वहीं दूसरे बीईओ को कोर्ट से स्थगन मिला हुआ है।विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों सहित अन्य गतिविधियों का संचालन कौन करेंगे।कर्मचारियों में भी इस बात को लेकर असमंजस बनी हुई है।