पाटन । ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव एवं कृषि औद्योगिक अनुरक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय मर्रा (पाटन) के चतुर्थ वर्ष के छात्रों द्वारा 10 अक्टूबर को SRT फुंडा, अचानकपूर और कृषि विज्ञान केन्द्र पहांदा का भ्रमण किया गया | SRT फुंडा में छात्रों ने बायो खेती के बारे में जाना कैसे खेतो में रसायनों की निर्भरता को कम करके बायो खेती कर के अच्छी मृदा स्वास्थ्य के साथ अच्छी पैदावार ली जा सकती है , वहीं SRT के डायरेक्टर शिरीश टौंक जी ने बताया कि किसान अपनी फसलों व सब्जियों को रोगों से बचाने के लिए बहुतायत में रासायनिक दवाओं का प्रयोग करते है। इससे जहां एक ओर फसल की लागत बढ़ जाती है। वहीं फसलों में विष का प्रभाव भी किसी न किसी रूप में रहता है। बायो खेती किसानों के लिए हर हाल में फायदेमंद है। इसकी कीमत या लागत भी रासायनिक खेती से काफी कम है, तथा यह मानव स्वास्थ के दृष्टि से भी लाभदायक है l छात्रों द्वारा ग्राम अचानकपुर में प्रगतिशील किसान रोहित साहू जी के यहां का भी भ्रमण किया गया , बता दे की किसान रोहित साहू द्वारा कुल 48 किस्म के धान के जर्मप्लास्म का संग्रहण किया गया है , उनके यहां धान की जैविक खेती, मशरूम उत्पादन इकाई, गोबर गैस प्लांट ,एवं पशु पालन इकाई भी है जिससे वे गौमूत्र से जैविक कीटनाशी निर्माण कर उसका वितरण भी करते है l इसी दौरान छात्रों ने कृषि विज्ञान केंद्र पहांदा का भी भ्रमण किया जहा छात्रो ने कृषि विज्ञान केंद्र में संचालित विभिन्न इकाइयों की जानकारी ली I

- October 17, 2022