दुर्ग । छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फैडरेशन के बैनर तले 76 संगठनों के अधिकारी व कर्मचारी ने केंद्र की तरह सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता व 12% महंगाई भत्ता के अधिकार के लिए काम बंद कलम बंद – पांच दिवसीय आंदोलन के प्रथम दिवस में छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफेडरेशन के पदाधिकारियों सहित समस्त सदस्यगण ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश पाल के नेतृत्व में दुर्ग जिले में हड़ताल में शामिल हुए। जिसमें संगठन की ओर से विशेष रुप से प्रदेश उपाध्यक्ष खिलेश वर्मा, दुर्ग जिला अध्यक्ष जलेश्वर साहू, प्रदेश महासचिव प्रणव मंड्रिक, प्रदेश संयोजक रामकृष्ण देवांगन प्रदेश संगठन सचिव राजेश वर्मा, प्रदेश मीडिया प्रमुख रितेश टिकरिहा , पाटन पदाधिकारी रोशन साहू, पाटन ब्लाक उपाध्यक्ष राकेश टंडन, प्रदेश संयोजक सलीमुद्दीन खान, प्रदेश महिला प्रकोष्ठ प्रभारी ममता सूर्यवंशी, ज्योति नेताम, प्रदेश महिला उपाध्यक्ष संगीता चंद्राकर, दुर्ग विशेष पदाधिकारी सुधा राय, तारेंद देवांगन, दुष्यंत चंद्राकर, विजय बंछोर सहित , अर्जुन सेन सहित पाटन दुर्ग धमधा के सैकड़ों शिक्षक साथीगण सहित अधिकारी कर्मचारी फैडरेशन के तमाम 76 संगठनों विभाग के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे। सभा को फैडरेशन के प्रदेश सचिव व संभागीय प्रमुख राजेश चटर्जी ने, जिला संयोजक विजय लहरे व प्रदेश अध्यक्ष राजेश पाल सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। सरकार के द्वारा जनघोषणा पत्र में किए गए वादों को याद दिलाते हुए सभी मांग पुरी करने के लिए जोरदार हुंकार भरा। सभी वक्ताओं ने सरकार पर जबरदस्त प्रहार किया और अपने हक अधिकार को पुरा करने का अल्टिमेटम दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज पाटन, दुर्ग व धमधा के सभी शालाओं व कार्यालयों में 70 प्रतिशत कार्य प्रभावित हुआ। आने वाले दिनों में संभवतः यह आक्रोश एक जनाक्रोश बन जाएगा जिसके नुकसान की पूरी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन में बैठे लोगों की होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यथाशीघ्र शिक्षकों व कर्मचारियों के आर्थिक समस्याओं पर ठोस क़दम उठाए। महाफैडरेशन प्रमुख राजेश पाल ने अपील किया है कि आंदोलन के दूसरे दिन पहले से अधिक स्कूलों,दफ्तरों में तालाबंदी कर संगठन का साथ दें जिससे अपने जायज मांग की पूर्ति यथाशीघ्र हो।