छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ के प्रमुख जॉब जखारिया के हाथों पत्रकारों को फ़ेलोशिप प्रमाण पत्र दिए गए। उनके द्वारा प्रदेश में बच्चों व महिलाओं की स्थिति पर प्रकाश डाला गया तथा उनको और बेहतर करने के उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। वहीं इस कार्य में मीडिया की भूमिका किस प्रकार होनी चाहिए यह भी चर्चा का विषय रहा। छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ के कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट श्याम सुंदर बंदी के द्वारा यूनिसेफ का परिचय दिया गया। विश्व भर में उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो तथा अब तक छत्तीसगढ़ में किये गए प्रयासों के बारे में भी बताया गया। इसके अलावा बाल अधिकारों व उनके हनन की कानूनी जानकारी दी गयी और इस विषय पर अन्य लोगों को जागरुक करने की अपील भी पत्रकारों से की गई। एमसीसीआर से डी श्यामकुमार वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि, हम विगत 5 वर्षों से मीडिया फ़ेलोशिप उन पत्राकारों को देते हैं, जो राज्य में बच्चों और महिलाओं के विषय पर रचनात्मक रिपोर्टिंग कर रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि मीडिया फ़ेलोशिप पत्रकारों को अपने पसंदीदा विषय पर शोध करने और तथ्यात्मक रिपोर्टिंग करने में सहयोग देता है। कुम्हारी के पत्रकार विक्रम शाह ठाकुर ने “बच्चों में बढ़ती नशे की प्रवृति एवं अपराध” तथा “बच्चों में बढ़ती शिक्षा के प्रति अरुचि” विषय पर सारगर्भित रिपोर्टिंग की थी। गौरतलब है कि विक्रम शाह ठाकुर को विगत 26 जनवरी को प्रथम प्रेसिडेंट अवार्ड से नगरपालिकाध्यक्ष राजेश्वर सोनकर एवं उपाध्यक्ष के रविकुमार द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह में भी सम्मानित किया गया था।

इनको मिली मीडिया फ़ॉर चिल्ड्रन फ़ेलोशिप
यूनिसेफ एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो महिलाओं व बच्चों को लेकर विश्व मे कार्य करती है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में एमसीसीआर फाउंडेशन के साथ मिलकर इनके द्वारा वर्ष 2016 से एक फ़ेलोशिप कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से ग्रामीण पत्रकारों को लेखन के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु कुछ राशि प्रदान की जाती है। वर्ष 2021 में इस फ़ेलोशिप हेतु दुर्ग जिले से विक्रम शाह ठाकुर का चयन हुआ है वहीं प्रदेश से कुछ अन्य पत्रकारों को भी यह फ़ेलोशिप दी गयी है जिसमें मयंक सोनी, अफरोज खान, शैलेन्द्र ठाकुर, सूरज कुमार गुप्ता, धर्मेंद्र सिंह, संजीव दास, सदाराम कश्यप, हरदीप छाबड़ा, भुवन पटेल आदि का नाम शामिल है।