माइलस्टोन की डायरेक्टर डॉ. ममता शुक्ला के निर्देश पर विद्यालय प्रांगण में बनी बस्ती में वह सब दर्शाया गया जो एक टाउनशिप में होना चाहिए। घर से लेकर अस्पताल व पुलिस स्टेशन का मॉडल बनाया गया। बच्चों ने डॉक्टर की भूमिका निभाई और पुलिस की भी भूमिका बच्चे ने ही निभाई।
पैरेंट्स मीटिंग में एक फायर स्टेशन भी बनाया गया। वहीं पोस्ट ऑफिस, रेस्टारेंट, सुपर मार्केट व पार्क भी बनाया गया। फायर स्टेशन में एक बच्चा फायर स्टेशन के बारे में सभी को बता रहा था। पोस्ट ऑफिस में एक बच्चा पोस्टमैन बन के सभी को पोस्ट ऑफिस की जानकारी दे रहा था। रेस्टोरेंट में भी एक बच्चा बैठा और इसकी जानकारी दे रहा था। इसके अलावा एक बच्चा बैंक मैनेजर की भूमिका में दूसरे बच्चों को जानकारी दे रहा था। इसके साथ पार्क के बारे में भी बताया गया।
पैरेंट्स मीटिंग के जरिए यह भी बताया गया कि स्कूल में क्या सिखाया गया और बच्चों ने क्या सीखा। पालक इसे एक दृश्य के रूप में देख सकें, इसके लिए यह सारी व्यवस्था की गई थी। विद्यालय में जो चल रहा है उसमें बच्चों को क्या-क्या सिखाया गया, वह सब बच्चों द्वारा ही पता चलता है। इसके बाद पैरेंट्स अपने बच्चों के क्लास टीचर से मिले और अपने बच्चों की पढ़ाई और लिखाई की क्षमता के बारे में जानकारी हासिल की।
यह व्यवस्था देखकर अभिभावकों ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा ही महत्वपूण होती है और वह भी ऐसी शिक्षा जो बच्चों की समझ में आए। पैरेंट्स का कहना था कि स्कूल में दी जा रही प्राथमिक शिक्षा ही बच्चों को ऊपर उठाने में सहायक है। यहां का वातावरण साफ सुथरा है। सुरक्षा की दृष्टि से भी और पढ़ाई की दृष्टि से भी।