नाड़ी विज्ञान और जंगली जड़ी बूटियों से इलाज कर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं वैद्यराज हिरालाल

आशीष दास

कोंडागांव/बोरगांव । छत्तीसगढ़ राज्य का 44 फीसदी हिस्सा जंगल से ढका है और यहां के घने जंगलों में कई बीमारियों के सटीक इलाज लायक जड़ी-बूटियां भी मौजूद हैं। छत्तीसगढ़ के औषधीय पौधा बोर्ड के मुताबित यहां के जंगलों में लगभग 1,525 प्रजातियों के औषधीय पौधे पाए जाते हैं। वैद्यराज हीरालाल मरकाम उन कुछ ख़ास लोगों में शुमार हैं जो इन जड़ी-बूटी की पहचान रखती हैं। बचपन में उन्होंने अपने पिता एवं बड़े भाई को इन्हीं पौधों वह जड़  बूटियों से कई बीमारियों का इलाज करते हुए देखा और उनके गुजर जाने के बाद उनसे सिखे हुए पद्धति से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे है।

नाड़ी विज्ञान और जड़ी बूटियों से करते हैं कई रोगो के इलाज_

कोंडागांव जिले के विकास खण्ड फरसगांव के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग से लगभग 10 किमी दूरी पर पूर्व की ओर बसा ग्राम चरकई में स्थित पहाड़ी के तलहटी में हिरालाल मरकाम का घर है। वो आयुर्वेद और पारम्परिक जड़ी बुटियो के माध्यम से लोगों को स्वस्थ्य सेवाएं दे रहे हैं। हिरालाल जी का कहना है कि उनके यहां लकवा, सुगर, बीपी, बवासीर, गठिया बात, महिलाओं का विभिन्न रोग पेट संबंधी रोग, के अलावा अन्य कई प्रकार के रोगो का इलाज जंगली आयुर्वेद जड़ी बूटियों से करते हैं। उनका यह भी कहना है कि हमारे पुर्वज पहले कम चिकित्सा सुविधा के रहते हुए भी जंगली जड़ी बूटियों से ही कई असाधारण बीमारी का इलाज करते थे। परंतु आज कल जंगलों की अवैध कटाई से औषधीय जड़ी बूटी की कमी हो गई है फिर भी जनहित के लिए हमें सांप, बिच्छू से बीना डरे रात को भी रोगी की जान बचाने के लिए जंगलों में बहुत दुर दुर जाना पड़ता हैं। ऐसे तो शासन प्रशासन के कई बड़े बड़े स्वस्थ शिवीरो में हमें बुलाया जाता है । जहां जाकर रोगों की जांच पद्धति और आधुनिक चिकित्सा का ज्ञान भी हमें मिलता है।रोगों की जांच पद्धतियों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि हम नाड़ी व हाथ छू कर रोग का पता करते हैं कि रोगी को कौन सी बिमारी है और उस हिसाब से रोगी को जड़ी बूटी देकर उनका इलाज करते हैं। उनके यहां आसपास व दूर-दराज के गांव से भी इलाज कराने उनके घर आते हैं और स्वस्थ होकर लौटते हैं। उन्होंने कई लकवा ग्रस्त रोगियों को स्वस्थ करने का दावा भी किया है। इस प्रकार कोई भी स्वस्थ की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो एक बार यह आकर अपना इलाज करके देख सकते हैं इसमें कोई साइड इफेक्ट का डर भी नहीं है।