Vrindavan : अक्षय तृतीया पर आज चरण दर्शन देंगे ठाकुर श्रीबांकेबिहारी, शाम को सर्वांग दर्शन से धन्य होंगे भक्त

Raju verma

मंदिर के सेवायत गोस्वामी उन्हें शीतलता प्रदान करने के लिए उनके चरणों में सृष्टि के प्रतीक स्वरूप में चंदन के गोले सेवित करेंगे, जबकि शाम के समय आराध्य के सर्वांग दर्शन पाकर भक्तजन अपने को कृतार्थ करेंगे।

अक्षय तृतीया पर्व पर बुधवार को ठाकुर श्रीबांकेबिहारी भक्तों को चरण दर्शन देंगे। मंदिर के सेवायत गोस्वामी उन्हें शीतलता प्रदान करने के लिए उनके चरणों में सृष्टि के प्रतीक स्वरूप में चंदन के गोले सेवित करेंगे, जबकि शाम के समय आराध्य के सर्वांग दर्शन पाकर भक्तजन अपने को कृतार्थ करेंगे। करीब सौ किलो चंदन ठाकुर को सेवित किया जाएगा।

यह दर्शन वर्ष में एक बार होते हैं। करीब सौ किलो चंदन सेवित किया जाएगा। अक्षय तीज पर बांकेबिहारी महाराज के चरण व सर्वांग दर्शन का विशेष महत्व है।

मान्यता है कि सृष्टि का आरंभ और अंत प्रभु चरणों से ही होता है। इसीलिए सृष्टि के प्रथम दिवस के रूप में मान्यता प्राप्त अक्षय तीज के दिन ही साल में सिर्फ एक बार ठाकुरजी के चरणों में सृष्टि के प्रतीक रूप चंदन के गोले के दर्शन कराए जाते हैं। 

इस विशेष तिथि पर आराध्य के संपूर्ण श्रीअंग पर सनील के कपड़े से मलयागिरि चंदन का लेपन किया जाएगा। ठाकुरजी को चंदनी रंग की रेशमी धोती तथा बहुमूल्य आभूषण, चरणों में स्वर्ण रजत पायल और चरण चौकी धारण कराई जाएगी। ऐसी मान्यता है कि अक्षय तीज पर पायल अर्पण करने से अविवाहित कन्याओं को अति शीघ्र ही अच्छे जीवन साथी की प्राप्ति हो होती है।

दो लाख श्रद्धालुओं ने किए बांकेबिहारी के दर्शन
अक्षय तृतीया पर ठाकुर श्रीबांकेबिहारी के साल में एक बार होने वाले चरण दर्शन के लिए भक्तों के आने का सिलसिला सोमवार से ही शुरू हो गया। मंदिर प्रबंधन का दावा है कि मंगलवार को करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने आराध्य के दर्शन किए। बुधवार और अगले दो दिन में आठ लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस ने मंदिर के आसपास और चौक-चौराहों पर बंदोबस्त किए हैं।