प्राथमिक शाला में लग रही कक्षा, उसकी भी छत से टपकता है पानी

रिपोर्टर- चंद्रभान यादव

जशपुर। बगीचा के ग्राम कोपा में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डांड़कोपा का भवन बदहाल हो चुका है। इसलिए प्राथमिक स्कूल के पुराने भवन में बीते 6 साल से कक्षा 6वीं से 8वीं के बच्चों की क्लास लग रही है। इसका भवन भी खराब िस्थति में है। बारिश होने पर छत से पानी टपकने लगता है,

ग्रामीणों ने बताया कि क्लास की दिक्कत को देखते हुए पंचायत ने प्राथमिक स्कूल के भवन में खपरैल की जगह एलेबेस्टर लगाया था। अब एल्बेस्टर फट गया है। इसके कारण पानी रिसने लगा है। इससे कक्षा में बैठकर पढ़ना बच्चों के लिए मुश्किल हो रह है। बावजूद इसकी दोबारा मरम्मत नहीं कराई गई है। स्थिति ये है कि बारिश होने पर पढ़ाई नहीं हो पाती है। जिस दिन बारिश हुई उस दिन बच्चों की छुट्टी करा दी जाती है। यहां मिडिल स्कूल में वर्तमान में 91 बच्चे अध्ययनरत है। शौचालय नहीं होने के कारण मिडिल स्कूल के बच्चे प्राथमिक स्कूल के शौचालय का उपयोग करते हैं। स्कूल जतन योजना के तहत जिले में 911 स्कूल भवन की मरम्मत व जीर्णोद्धार का काम होना है। 807 स्कूलों के मरम्मत का काम आरईएस को दिया गया है। वहीं 104 स्कूलों की मरम्मत समग्र शिक्षा मद से की जा रही है। शिक्षा विभाग द्वारा कुल 807 स्कूलों के लिए 34 करोड़ 34 लाख 69 हजार रुपए की स्वीकृति 6 फरवरी को दी जा चुकी है। 619 स्कूलों की मरम्मत पूरा करने का दावा किया जा रहा है। इसके बावजूद इस गांव के बदहाल स्कूलों को इस योजना में शामिल नहीं किया गया।

एक कमरे में 3 कक्षा तो दूसरे में लगती है 2 कक्षा प्राथमिक स्कूल कोपा के कमरे में मिडिल स्कूल की कक्षा लगने के कारण यहां कमरों का अभाव है। प्राथमिक स्कूल के बच्चों को अतिरिक्त कमरा में पढ़ाई कराई जा रही है। यहां भी कमरे की कमी बनी हुई है। इसलिए एक अतिरिक्त कमरे में कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों की एक साथ पढ़ाई कराई जा रही है। वहीं दूसरे कमरे में कक्षा चौथी और कक्षा पांचवीं के बच्चों को एक साथ बैठाया जाता है,

नया भवन बनाने 13.35 लाख का भेजा प्रस्ताव ^शाला समिति अध्यक्ष चैतुराम भगत ने बताया कि नया मिडिल स्कूल भवन बनाने के लिए 6 महीने पहले डीईओ के द्वारा नया भवन के लिए प्रांकलन मंगाया गया था। जहां 13 लाख 35 हजार का प्रस्ताव बनाकर डीईओ को भेजा गया। अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। दो दिन पहले ग्रामीणों ने कलेक्टर डॉ रवि मित्तल को अपनी समस्या बताई थी। जल्द की जाएगी व्यवस्था ^बगीचा बीईओ मनीराम यादव ने कहा आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है। स्कूल जाकर भवन की स्थिति देखकर व्यवस्था बनाई जाएगी। ताकि बच्चों को दिक्क्त न हो। स्कूल भवन बदहाल हो गया है तो नया भवन बनाया जाएगा। जिले में अधिकांश स्कूलों भवन की स्थिति खराब है। नया भवन बनाने प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। जल्द ही व्यवस्था करा दी जाएगी।

14वीं वित्त की राशि से लगवाया था एल्बेस्टर ग्राम रामनारायण यादव ने बताया कि 7 साल पहले प्राथमिक स्कूल डांडकोपा के खपरैल वाले भवन में पंचायत के द्वारा डेढ़ लाख खर्च कर 14वीं वित्त की राशि से अल्बेस्टर शीट लगाई गई थी। लेकिन एक साल बीतने के बाद ही एल्बेस्टर फट गया। इससे कक्षा में बारिश होने पर पानी टपकते रहता है। इसलिए बारिश होने पर बच्चों की छुट्टी करा दी जाती है। इस तरह 5 साल से ये स्थिति बनी हुई है।