निस्तारी तालाबों को भरने खपरी जलाशय से छोड़ा गया पानी

अंडा।  शहर ही नहीं ग्रामीण अंचलों में निस्तारी हेतु पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए बालोद जिला के तांदुला व खपरी जलाशय से पानी छोड़ा गया है। खपरी मध्यम जलाशय से जिले के दुर्ग ब्लाक के 15 गांवों के तालाबों को भरा जा रहा है।  अप्रैल से जिले में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। दुर्ग का तापमान अभी से  40 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। वर्तमान में दुर्ग-ग्रामीण क्षेत्र सहित जिले के कई तालाब सूख गए थे और अधिकांश तालाबों में पानी धीरे-धीरे कम होने लगा था । स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा तालाबों को भरने जलाशय से पानी छोड़ा गया है। 

 जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी  ने बताया कि तालाबों को भरने के लिए विश्व जल दिवस 22 मार्च को खपरी जलाशय से पानी  छोड़ा गया। जल ही जीवन है तथा जल है तो कल है की महत्ता को समझते हुए पानी तालाबों में भरने हेतु नहर से तालाब तक नाली निर्माण का कार्य करवाने हेतु जल संसाधन विभाग द्वारा सभी स्थानीय निकायों को पत्र जारी किया गया है ताकि  पानी का अपव्यय न हो।उन्होंने बताया कि संबंधित निकायों को  नहर नाली की सफाई में जल संसाधन विभाग का सहयोग करने भी कहा गया है।  उल्लेखनीय है कि दुर्ग-भिलाई सहित जिले के कई स्थानों में तालाब सूख गए हैं इस कारण निस्तारी पानी को लेकर लोगों को दिक्कत हो रही थी।


भरे जाएंगें सभी तालाब गांवों में निस्तारी का बड़ा माध्यम तालाब ही है। अप्रैल-मई महीने में गर्मी तेज होने पर पानी का जल स्तर नीचे चला जाता है। ऐसे में कई गांवों में हैंडपंप से भी लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता ऐसे में निस्तारी को लेकर निर्भरता तालाब पर बढ़ जाती है। तालाब में पानी भरे होने से आसपास बोर का भूजल स्तर भी बना रहता है। जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्मी में निस्तारी को ध्यान में रखते हुए जिले के सभी तालाबों को एक-एक कर भरा जाएगा।
इन ग्राम  के तालाब  ग्राम रिसामा,मतवारी, जंजगिरी,अंडा, भानपुरी,चिंगरी,अछोटी, भरदा,कोनारी, चंदखुरी, कोलिहापुरी, पिसेगांव, कुथरेल सहित अन्य गाँवो के तालाबों में पानी भरा जायेगा।