छत्तीसगढ़/कोरबा :- शनिवार का दिन शत्रुओं पर विजय का दिन माना जाता है न्याय के देवता शनि देव को स्वभाव से काफी क्रूर माना जाता है मान्यता है कि शनिदेव हर किसी को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं इसलिए उन्हें कर्मफल दाता भी कहा जाता है
अब आइए शनिवार के दिन अमित शाह के कोरबा आने के ज्योतिष शास्त्र के अनुसार क्या है मायने केंद्र में भाजपा की सत्ता पुनः स्थापित करने केंद्र द्वारा रणनीति तैयार कर ली गई है भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जिन्होंने पूर्व में मोदी लहर बनाते हुए मोदी सेना जुटाई इन्हें चतुर रणनीतिकार के रूप में भी जाना जाता है इन्होंने हिंदुत्व और कट्टर राष्ट्रवाद के भाजपा के मूल तख्तों को एक विकास कथा के साथ जोड़ा और इसे क्रियान्वित करने के लिए एक विशाल जमीनी स्तर के संगठनात्मक ढांचे की स्थापना की
2019 के लोकसभा चुनाव में कोरबा लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी इंदिरा स्टेडियम में कोरबा लोकसभा प्रत्याशी ज्योति नंद दुबे के पक्ष में आम सभा ली थी बावजूद इसके सफल रणनीति के अभाव में इस सीट पर कांग्रेस ने बाजी मारी थी अब इस सीट पर आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की नजर है और देश में एक बार फिर से भारी सीटों के साथ पूर्ण बहुमत से बीजेपी सरकार बनाने की दिशा में भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह जुट गए हैं, कोरबा में जिस प्रकार भाजपा संगठन बैसाखी के सहारे चल रही है संगठन पूर्णता: निष्क्रिय दिखाई दे रहा है उसमें जान फेंकने और संगठन को मजबूत करने भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह आज न्याय प्रिय देवता शनि देव के दिन शनिवार को कोरबा की उर्जा नगरी में कदम रखने जा रहे हैं जो मां सर्वमंगला से आशीर्वाद लेते हुए अपनी चतुर रणनीति के माध्यम से कोरबा लोकसभा सीट बीजेपी के पक्ष में करने की योजना बनाएंगे, अनुमान लगाया जा रहा है कि उनकी रणनीति के अनुसार परफारमेंस नहीं करने वाले भाजपा के पदाधिकारियों कि चुनाव से पहले उनके पदों से मुक्त करते हुए नए सिरे से पदाधिकारी नियुक्त किए जा सकते हैं हालांकि अमित शाह के इस कार्यक्रम को सफल बनाने भाजपा के प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से लेकर कोरबा संगठन के नेताओं ने एड़ी चोटी का जोर लगाते हुए अमित शाह की नजरों मे उन्हें खुश करने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं लेकिन यह भी माना जाता है कि अमित शाह भाजपा के चाणक्य है और इनकी नजरों से सच्चाई को ओझल करना पत्थर की लकीर के समान है ।
भाजपा कोरबा के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक चावलानी की तुलना में वर्तमान कोरबा जिला अध्यक्ष राजीव सिंह संगठन को मजबूत करने से लेकर मीडिया में अपनी पैड मजबूत करने में काफी फिसड्डी रहे हैं जिससे आने वाले लोकसभा चुनाव के पहले पदाधिकारियों के पदभार में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।

नोट: सीजी मितान इसकी पुष्टि नही करता।