छत्तीसगढ़ के रंग ज्ञानेंद्र पांडे के संग : स्वयंभू भगवान भूतेश्वर महादेव…….एक अद्भुत शिवलिंग,प्रतिवर्ष बढ़ रहा है जिसका आकर

ज्ञानेंद्र पांडेय
छत्तीसगढ़ के रंग ज्ञानेंद्र पांडेय के संग में आज आपको एक ऐसे स्वयंभू भगवान भूतेश्वर महादेव (शिवलिंग) के दर्शन को लेकर चलते हैं जिनके बारे में प्रसिद्द है कि इस स्वयंभू शिवलिंग का आकार प्रतिवर्ष बढ़ रहा है । राजधानी रायपुर से लगभग 91 किमी. दूर गरियाबंद जिला मुख्यालय से लगभग 3 किलोमीटर दूर एक छोटे से गाँव मरौदा में सघन वनों के मध्य यह स्वयंभू शिवलिंग स्थित है जिसे भूतेश्वर नाथ के नाम से जाना जाता है ।

भूतेश्वर नाथ महादेव के पृष्ठ भाग में भगवान शिव की प्रतिमा विराजित है, जहाँ भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश, भगवान कार्तिक, नंदी जी के साथ विराजमान है। शिवलिंग मे एक दरार होने के कारण इसे अर्धनारीश्वर के रूप मे पूजा जाता हैं।

इस स्वयंभू शिवलिंग का बढ़ता हुआ आकार आज भी आश्चर्य एवं शोध का विषय है। स्थानीय लोगों की मानें तो शिवलिंग का आकार प्रतिवर्ष 5 से 6 इंच तक बढ़ रहा है। जानकारों के अनुसार पुरातत्व विभाग द्वारा प्रतिवर्ष इस शिवलिंग की जाँच की जाती है तथा शिवलिंग के बढ़ने की पुष्टि की गयी है। स्थानीय लोगों में इस शिवलिंग से सम्बद्ध एक और किंवदंती प्रचलित है जिसके अनुसार शिवलिंग से समय समय पर गाय के रंभाने जैसी आवाज आती है इस आश्चर्यजनक घटना के कारण स्थानीय जन इसे भकुर्रा महादेव के नाम से भी जानते हैं ।

सावन के महीने में यहाँ भक्तों का विशाल मेला लगता है । सावन का महिना आने को है तो आप सभी अपने ईष्ट मित्रों सहित इस पवित्र स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन अवश्य करें।