पंडरिया। विधायक भावना बोहरा के निर्देश पर एव सभापति अंजनी/कृष्णा चंद्राकर के प्रयास पर ग्राम पंचायत खरहट्टा के आश्रित ग्राम केशलमरा में आज से उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण प्रारंभ हुआ।ग्राम पंचायत खरहट्टा के आश्रित ग्राम केशलमरा के ग्रामीणों ने क्षेत्रीय जनपद सदस्य अंजनी/कृष्णा चंद्राकर से मांग की थी,कि उनके ग्राम में ही उचित मूल्य की दुकान से राशन मिले चंद्राकर ने क्षेत्रीय विधायक भावना बोहरा को इस संदर्भ से अवगत कराया था,जिसे विधायक भावना बोहरा ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबधित विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए त्वरित ग्राम केशलमरा में उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण करने व्यवस्था कर ग्रामीणों को राहत पहुंचाने निर्देशित किया।

संबंधित विभाग द्वारा शुक्रवार को ग्राम केशलममरा में उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण प्रारंभ किया गया।दरअसल ग्राम केशलमरा ग्राम पंचायत खरहट्टा का आश्रित ग्राम हैl और उचित मूल्य की दुकान मुख्यालय में होने के कारण यहां की ग्रामीणों को राशन लेने मुख्यालय जाना पड़ता था।ग्राम की दूरी मुख्यालय से लगभग 3 किलो मीटर है। वहा के लिए सुगम मार्ग नहीं होने के कारण राशन लेने जाने पर शारीरिक परेशानी होती थी। बरसात के मौसम में अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था। जिसके कारण ग्रामीणों ने जनपद सदस्य अंजनी चंद्राकर के पास गुहार लगाया था।

हितग्राहियों के परेशानियों को देखते हुए उन्होंने क्षेत्रीय विधायक भावना बोहरा से ग्राम केशलमरा में राशन वितरण हेतु उचित मूल्य की दुकान की व्यवस्था निवेदन किया विधायक भावना ने त्वरित राशन वितरण की व्यस्था कराई।उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण के अवसर पर महामंत्री भाजपा मण्डल कुण्डा कृष्णा चंद्राकर, रामफल यादव,भीष्म चंद्राकर, श्रवण चंद्राकर ,बिहारी चंद्राकर, ईश्वर महरा, जेठिया लोहार, चित्रेखा यादव ,गौतम ,तुलसी, संजय ,नाथूराम ,अशोक,हनुमान रमेश बहोरन, संजय सहित ग्रामवासी उपस्थित रहे।
कई जगह दुकान खोलने की जरूरत-राशन दुकान खोलने की जरूरत अनेक गांवों में है।जहां लोगों को राशन के लिए कीचड़ पर चलकर 5 से 6 किलोमीटर चल कर जाना पड़ता है।खरहट्टा से लगे ग्राम पंचायत पडकी कला में दुकान संचालित है,जबकि आश्रित ग्राम पिपरखुटि व बेलबुड़ा से पडकी जाने के लिए रास्ता ही नहीं है।बेलमुडा के लोगों को राशन लेने करीब 5 किलोमीटर कीचड़ व पगडंडी में पैदल जाना पड़ता है।जहां से चांवल का बोझ लेकर जाना मुश्किल होता है।
इसी तरह पिपरखुंटी के ग्रामीणों को भी करीब 2 से 3 किलोमीटर राशन के लिए पडकी कला पैदल जाना पड़ता है।पडकी व बेलमुडा के लोगों की उम्मीदें अब बढ़ गई है।इसके अलावा वनांचल क्षेत्र में 5 से 6 किलोमीटर पहाड़ियों पर चलकर लोगों को राशन के लिए जाना पड़ता है।यदि ऐसे गांव का चिन्हांकन कर राशन दुकानें खोली जाती है तो ग्रामीणो को बहुत राहत मिलेगी।”ट्रांसपोर्टिंग सुविधा वाले स्थानों पर सरपंच के सहयोग से संचालित किया जा सकता है।ऐसे स्थानों का परीक्षण कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।”हिमांशु केशरवानी,खाद्य निरीक्षक पंडरिया।
