दुर्ग।आज़ादी की स्वर्ण जयंती को यादगार बनाने एवं राष्ट्रप्रेम की भावना से जीविका स्व सहायता समूह बोरसी द्वारा बनाये जा रहे धान से बने तिरंगा बैच की मांग शैक्षणिक संस्थानों में हो रही है इसी तारतम्य में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुणा पल्टा (जो की नवाचारी गतिविधियों के लिए जानी जाती है) के द्वारा भी विश्वविद्यालय के विभिन्न आयोजनों में स्व सहायता समूह द्वारा निर्मित बैच की मांग की गई है l कुलपति जी ने विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी महाविद्यालयों में बैच लेने प्रेरित करने तथा आगामी दिनों विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रशिक्षण एवं स्टाल में भी अवसर प्रदान करने की बात कही l डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रीता लाल मैम एवं आदरणीय भूपेंद्र कुलदीप कुलसचिव द्वारा भी समूह के सेवा कार्यों एवं महिला स्वावलंबन के लिए बधाई दिए l

जीविका स्व सहायता समूह की अध्यक्ष ललेश्वरी साहू ने बताया की विकसीत युवा विकसीत भारत थीम पर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हुबली धारवाड़ कर्नाटक में 26वा राष्ट्रीय युवा महोत्सव के आयोजन गत दिवस संपन्न हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए आबंटित स्टाल के माध्यम से समूह के द्वारा बनांये गए बैच स्थानीय लोगों एवं विभिन्न राज्य से आये हुए युवाओं को छत्तीसगढ़ के संस्कृति से जोड़ने सहायक सिद्ध हुई l समूह के धान से बने बैच तिरंगा को मिल रहा अच्छा प्रतिसाद मिल रहा अभी तक लगभग 50 हज़ार के बैच समूह के बहनों द्वारा बेंचा जा चुका है l


श्रीमती साहू जी ने बताया कि धान का कटोरा कहलाने वाले छत्तीसगढ़ महतारी के सेवा करते हुए हमारे द्वारा बनाया गया तिरंगा बैच कबाड़ से जुगाड़ एवं ईको फ्रेंडली है साथ ही इसके माध्यम से लोगों में राष्ट्र प्रेम की भावना जगाने का प्रयास समूह की बहनों द्वारा किया जा रहा है l महिला समूह के पहल को शासकीय आदर्श कन्या विद्यालय दुर्ग, स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद, महिला संगठन, युवा शक्ति संगठन, जीविका यूथ क्लब, नेहरु युवा केंद्र दुर्ग तथा विभिन्न शासकीय-अशासकीय संस्थानों का सहयोग मिल रहा है l तिरंगा बैच बनाने सविता साहू, अनीता, सोहद्रा साहू, ललेश्वरी साहू, पेमेश्वरी साहू , तारा, मोनिका, मोनेश, रेखा तथा समूह के बहनों का सहयोग मिल रहा है l