बोरगांव दुर्गापूजा में धुनुची नृत्य से महिलाओं ने बांधा समां

आशीष दास

कोंडागांव/बोरगांव । दुर्गापूजा के महानवमी पर मां दुर्गा को खुश करने क लिए बोरगांव के बंगाली समुदाय की महिलाएं माता रानी के सामने धुनुची नृत्य की। इस दौरान महिलाओं ने कभी दांतों में धुनुची फंसाकर तो कभी दोनों हाथों के बीच धुनुची की अठखेलियां दिखाते ढाक के ताल पर नृत्य करते कमाल का बैलेंस दिखाते नजर आए। हाथों में जलती धुप के धुनुची को लेकर भक्‍तजन श्रद्धापूर्वक नृत्‍य करते रहे जिससे सम्पूर्ण वातावरण को भक्तिमय बना दिया।मान्यता है कि धुनुची आरती से मां को प्रसन्न किया जाता है। नवरात्रि के नौ दिन के बाद विजयदशमी को मां दुर्गा की विदाई की जाती है। इस दिन बंगाली समुदाय द्वारा कई तरह की रस्में निभाई जाती है।उल्लेखनीय है कि दुर्गा प्रतिमा के विराजमान होने के बाद बंगाली महिलाएं देवी दुर्गा को खुश करने विशेष बंगाली धुनुची नृत्य करती है। इस नृत्य को विशेष तरह से किया जाता है। महिलाए हाथ में ‘धुपावाली” रखकर विशेष तरह का लुभान (धुनु) जलाकर नृत्य करती हैं। इस नृत्य को धुनुची कहा जाता है। माना जाता है कि दुर्गा देवी इससे खुश होती है, और मनोकामना पूरी करती है। ये नृत्य केवल बंग समुदाय में होता है, जिसे पुरुष व  महिलाएं करती हैं।