65 दिन बाद भी कार्यमुक्ति नहीं हुई, एक स्थानान्तरित शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत, मानसिक तनाव में हैं स्थानांतरित शिक्षक

राजकुमार सिंह ठाकुर

पंडरिया । ब्लाक सहित जिले में करीब 105 शिक्षको का स्थानांतरण राज्य शासन द्वारा दो माह पहले किया गया था।किन्तु इन शिक्षकों को स्थानांतरित शाला व जिलों के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा कार्यमुक्त नहीं किया गया है।जिसके चलते स्थानांतरित शिक्षक मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं।इसी के चलते बुधवार की दरम्यानी रात्रि में एक शिक्षक की मौत हार्ट अटैक से हो गयी।स्थानान्तरित शिक्षक गंगाधर राव व अनिरुद्ध हिरवानी ने बताया कि बोड़ला ब्लाक के शम्भूपीपर में पदस्थ शिक्षक का स्थानांरण छुरिया ब्लाक में हुआ था,जो जिला शिक्षा अधिकरी कार्यालय से कार्यमुक्त नहीं किया गया था।बुधवार दरम्यानी रात हृदयघात से उनकी मृत्यु हो गई।उन्होने बताया कि कार्यमुक्त नहीं किये जाने के कारण वे पूरे परिवार सहित मानसिक रूप से परेशान हैं।जल्द ही कार्यमुक्त करने की मांग की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार शासन द्वारा स्थानांतरित कर्मचारियों को कार्यमुक्त करने हेतु आदेश जारी किया गया था,किन्तु बिना किसी आदेश के इन्हें रोक दिया है।जिले में शासन के आदेशों की खुले आम अवहेलना की जा रही है।शासन द्वारा लंबे समय बाद स्थानांतरण का अवसर प्रदान किया गया था।जिससे 20 वर्षों से जिले में कार्यरत शिक्षकों में घर वापस जाने की खुशी थी।किन्तु कबीरधाम जिले के शिक्षको को इस अवसर लाभ नहीं मिल पा रहा है।शासन द्वारा स्थानान्तरण कर दिया गया है,लेकिन स्थानीय स्तर पर इन्हें कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।स्थानांतरित शिक्षक अपने विद्यालय व विकास खंड शिक्षा अशिकारी कार्यालय से कार्यमुक्त हो चुके हैं।जो जिला शिक्षा अधिकारी में अपनी उपस्थिति दे रहे हैं।ये शिक्षक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्थानांतरित शाला में रिलीव होने के लिए आवेदन जमा किये हैं।किन्तु इन शिक्षकों को दो माह से अधिक समय बाद भी कार्यमुक्त नहीं किया गया है।जिसके चलते स्थानन्तरित शिक्षक अपने पूर्व शाला व स्थानांतरित शाला दोनों ही विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं।लगातार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का चक्कर काटकर शिक्षक परेशान हो गए हैं।शासन द्वारा किये गए स्थानान्तरण को स्थानीय स्तर पर रोकने से तरह -तरह की चर्चाएं हो रही है।शासन के आदेश के पालन नहीं होने व ब्लाक में दो-दो अधिकारी होने से सरकार व शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हो रही है,विभाग व प्रशासन का मजाक बनाया जा रहा है।

नहीं मिल रहा वेतन– शासन द्वारा स्थानांतरित 105 शिक्षकों का अक्टूबर माह के बाद का वेतन नहीं दिया जा रहा है।जिससे ये आर्थिक रूप से भी प्रताड़ित हो रहे हैं।इन शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।अधिकतर शिक्षकों ने बैंक में ऋण लिया हुआ है,जिसका भुगतान भी वेतन नहीं मिलने के कारण नहीं हो पा रहा है।बताया जा रहा है कि उक्त शिक्षकों से स्थानान्तरण के लिए डेढ़ से दो लाख रुपये लिए गए हैं।जिसके बावजूद उन्हे रिलीव नहीं किया जा रहा है।वेतन बनाने के लिए भी कोई पहल नहीं कि जा रही है।स्थानांतरित शिक्षक अभी जिले से कार्यमुक्त नहीं हुये हैं,इस लिहाज से इनका वेतन कवर्धा जिले से बनेगा।

नहीं कि गई व्यवस्था– स्थानांतरित शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से यह हवाला देकर कार्यमुक्त नहीं किया गया है कि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है।लेकिन यह दलील गलत साबित हो रही है।स्थानांतरित शिक्षक अभी पिछले 65 दिन से स्कूल नहीं जा रहे हैं,वे अपनी उपस्थिति जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दे रहे हैं।इन शिक्षकों के विद्यालय दो महीने से खाली पड़े हुए हैं।शिक्षकों की कमी की दलील देने वाले अभी तक इन विद्यालयों में अभी तक शिक्षकों की व्यवस्था भी नहीं किये हैं।शिक्षक की कमी की चिंता दिखाते हुए विभाग को इन विद्यालयों में शिक्षकों की व्यवस्था करनी चाहिए था।इससे जाहिर होता है कि रिलीविंग नहीं करने का कारण शिक्षकों की कमी न होकर कुछ दूसरा है।

जल्द हो निराकरण-कर्मचारी संघ ने जल्द ही मामले के निराकरण की मांग की है।कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के ब्लाक अध्यक्ष प्रफुल्ल बिसेन,तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के ऋषि कुमार महरा,मोहन राजपूत,दिनेश तिवारी,शत्रुहन डड़सेना सहित सभी कर्मचारी संघ ने मांग की है कि स्थानांतरण होने के दो माह बाद भी कार्यमुक्त नहीं करने से कर्मचारियों व उनके परिजनों में तनाव व्याप्त है।उन्हे दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है।शिक्षकों की कमी के कारण यदि कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है,तो रिलीव कर 30 अप्रैल 2023 तक पुराने विद्यालय में कार्य लिया जाए।अगले शिक्षा सत्र में उन्हे स्थानांतरित विद्यालय में भेजने की शर्त में कार्यमुक्त किया जाए।जिससे वर्तमान सत्र में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सकता है।