कलम बंद -काम बंद का आह्वान कर हड़ताल में उतरे कर्मचारी फेडरेशन

आशीष दास

कोंडागांव/विश्रामपुरी । छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आवाह्न पर ब्लॉक इकाई केशकाल ने भी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर कलम बन्द काम बंद आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। विश्रामपूरी के मंडी प्रागन में सोमवार से शुरू हुए इस पांच दिवसीय हड़ताल में सभी विभागों के अधिकारियों- कर्मचारियों ने अपना समर्थन देकर भाग लिया है। जिसके कारण लगभग सभी शासकीय दफ्तरों में कामकाज ठप हो गया है। अब देखना होगा कि क्या शासन प्रशासन इनकी मांगों को गम्भीरतापूर्वक लेते हुए जल्द मांगें पूरी करते हैं, या फिर इस हड़ताल के कारण समस्त विभागीय कार्य प्रभावित होते रहेंगे। विश्रामपूरी के संयोजक बीपी साहू और सचिव गणेश निषाद ने सयुंक्त रूप से जानकारी दी कि अधिकारियों – कर्मचारियों के 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता और सातवे वेतनमान के अनुसार गृहभाड़ा भत्ता देयतिथि से लंबित मंहगाई भत्ते व गृहभाड़ा भत्ते की मांग को लेकर पूरे प्रदेश के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। जिसके कारण कर्मचारीयों ने 25 से 29 जुलाई तक पांच दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन का आगाज किया गया है। और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी, यह चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। इस कड़ी में हम 29 जुलाई को जिला मुख्यालय कोडागांव में धरना रैली में भाग लेंगे ! विश्राम पूरी धरना स्थल पर उपस्थित सभी सदस्यों का जोश बढ़ाने पहुंचे कर्मचारी / अधिकारी फेडरेशन जिला कोडागांव के सह संयोजक लोकेश गायकवाड़ ने कहा कि इतिहास में पहली बार लगभग 80 संगठनों के अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर हैं। केंद्र सरकार के कर्मचारीयो से 12 प्रतिशत कम छत्तीसगढ़ के कर्मचारी महंगाई भत्ता मिल रहा है और ग्रह भाड़ा पुराने वेतन पर ही मिल रहा है जबकि य़ह देने की बात सरकार ने स्वय अपने ज़न घोषणा पत्र में कही थीं… इस कारण लगातार चरण बद्ध हड़ताल करने पर भी हमारी मांग को पूरा नहीं किए जाने के कारण आज य़ह स्थिति बनी है… अब यदि निश्चित कालीन हड़ताल से यदि मांग पूरी नहीं होती तो अ निश्चित कालीन हड़ताल करनी होगी..ऐसे में न ही को स्कूल खुले हैं न ही शासकीय दफ्तरों में कोई काम हो रहा है। इसका सीधा असर स्कूली बच्चों और आम जनता पर पड़ रहा है। लेकिन जब तक हम ऐसा नहीं करेंगे तब तक सरकार का ध्यानाकर्षण नहीं होगा। हम शासन प्रशासन से आग्रह करते हैं कि जल्द हमारी मांगों को पूरा करें। धरना स्थल पर एस. एन चादेकर, निल चंद बघेल, जी आर देवांगन आदि बड़ी संख्या में सभी विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे !