पाटन।कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ)में प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा (पीएम-कुसुम) योजना की कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में एग्रीकल्चर स्कील कौशिल ऑफ इंडिया, नई दिल्ली के प्रतिनिधि संतोष पाण्डा द्वारा प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा (पीएम-कुसुम) योजना के घटक की विस्तृत जानकारी देते हुए योजना के बारे में बताया कि 08 मार्च, 2019 को प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान योजना (पीएम-कुसुम) शुरू की गई है।
Component-A के तहत् किसान द्वारा 10,000 मेगावाट के विकेन्द्रीकृत ग्राउड/माउंटेड कनेक्टेड सौर यंत्र की स्थापना हमारे दैनिक जीवन में सूर्य की भूमिका पर विस्तृत रूप से व्याख्यान दिया गया एवं इसके अंतर्गत ऐसे किसान जिनकी भूमि सबस्टेशन से 5 कि.मी. के दायरे में है के द्वारा न्यूनतम 0.5 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन यूनिट की स्थापना हेतु जानकारी दी गई। इससे किसानों को होने वाले आय, परियोजना के संचालन रख-रखाव तथा सरकार से प्राप्त होने वाले विभिन्न सहायता के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। उपरोक्त योजना पर किसानों से उनकी राय भी ली गई जो इस योजना को कारगर बनाने में महत्वपूर्ण होगी।

कार्यक्रम में दुर्ग जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ) के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. विजय जैन, कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मुकेश वर्मा, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं जिले के 53 कृषक व महिला कृषक उपस्थित रहे। कृषकों को सशक्त बनाने की कड़ी में केन्द्र सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तार रूप से जानकारी तथा सुझाव का आदान प्रदान किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक ईश्वरी कुमार साहू, डॉ. विनय कुमार नायक, डॉ. कमल नारायण, श्रीमती श्वेता मंडल श्रीवास्तव, श्रीमती आरती टिकरिहा, श्रीमती सृष्टि तिवारी एवं दुर्ग जिला के कलेक्ट्रेट कार्यालय से आयाज सिद्धिकी उपस्थित थे।