पंडरिया के नवकार भवन में जल संरक्षण विषय पर कार्यशाला हुआ सम्पन्न

राजकुमार सिंह ठाकुर

पंडरिया-भारतीय जैन संगठना के संस्थापक के निर्देशानुसार देश के लगभग 100 से अधिक जिले में भारतीय जैन संगठना द्वारा जल संवर्धन पर पर नीति आयोग से एमओयू कर कार्य किया जा रहा है।नगर के नवकार भवन में सोमवार देर शाम भारतीय जैन संगठना द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।जिसमें जल संरक्षण के संबंध में जैन समाज के लोगों को बताया गया।ज्ञात हो कि जैन संगठना जैन समाज का एक समाजिक संगठन है,जो महाराष्ट्र,राजस्थान,उत्तरप्रदेश व कर्नाटक में जल संरक्षण का कार्य कर रही है।छत्तीसगढ़ में भी इस संघठन द्वारा जल संरक्षण का कार्य किया जाना है।जिसके संबंध में जैन समाज के लोगों को जल संरक्षण के उपाय व कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया।इस अवसर पर पुणे से आये टीम के सदस्य लोकेंद्र चौहान ने प्रोजेक्टर के माध्यम से जल संरक्षण के क्षेत्र में जैन समाज की भूमिका की सराहना करते हुए बताया कि जैन संगठना केंद्र सरकार से एमओयू कर पूरे देश मे जल संरक्षण का कार्य कर रही है।जिसमें नगर के लोगों को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।उन्होने जैन संगठना द्वारा भूकंप,अकाल,स्कूल की स्थापना, मेडिकल सेवा के कार्यों को बताया।पर्यावरण संरक्षण समिति के मोहन राजपूत ने बताया कि जैन समाज के उक्त संगठन द्वारा मानव सहित समस्त प्राणियों के लिए कार्य किये जा रहे हैं।श्री राजपूत ने कहा कि क्षेत्र में भी निरंतर जल संकट बढ़ते जा रहा है।क्षेत्र में प्रतिवर्ष भूजल का स्तर नीचे होते जा रहा है।जो आने वाले समय मे महाराष्ट्र जैसी स्थिति हो सकती है।क्षेत्र में गिरते जल स्तर पर चिंता व्यक्त कर नगर के जलाशयों को संरक्षित करने की बात कही।उन्होंने भूजल को बढ़ाने वर्षा के जल को संरक्षित करने तथा पौधारोपण करने की अपील करते हुए बीजेएस द्वारा चलाये का रहे इस अभियान में सहयोग करने की बात कही।इस अवसर पर समाज के हरीश जैन,शिखर जैन,महेंद्र जैन,संतोष जैन,दीपक जैन,अशोक जैन,ललित जैन, अनिल जैन,विकास जैन,रश्मि जैन,विभा जैन,मंजू जैन, पर्यावरण संरक्षण समिति के मोहन राजपूत,अनुराग ठाकुर, हमीद खान,राजू श्रीवास्तव,सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।