राजनांदगांव – बागेश्वर धाम धर्मार्थ द्वारा निकाले गए कावड़ यात्रा में उल्टा झंडा पकड़ने की क्रिया में भाजपा की राजनीति चरम पर, एक तरफ जहां राजनांदगांव महापौर श्रीमती हेमा देशमुख जी ने इसे बागेश्वर धाम समिति एवं स्वयं की मानवीय भूल मानकर खेद प्रकट किया उक्त मामले में जब भाजपा पार्षद मणि भास्कर गुप्ता जी का उल्टा झंडा पकड़े हुए फोटो और वीडियो वायरल होने पर सुगबुगाहट सी मच गई हैं, अपनी गलती स्वीकार करना छोड़ भाजपा राजनीति करने पर उतारू हो धार्मिक यात्रा के अपमान कर रही है, अब भाजपा का कहना है कि मणि भास्कर जी का उल्टा झंडा पकड़े हुए जो वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुआ वह एडिटेड है या फर्जी है, इस बयान पर राजनंदगांव युवा कांग्रेस सोशल मीडिया के अध्यक्ष दिव्यांश चौरडिया ने सार्वजनिक रूप से मणि भास्कर जी की उल्टे झंडे वाले फोटो में उनके झंडे में किसी भी प्रकार का एडिट या छेड़छाड़ साबित करने पर ₹100000 का इनाम घोषित कर दिया है
एक तरफ भाजपा लगातार इसे राजनीतिक रूप देते हुए कोतवाली थाना में वीडियो और फोटो को एडिटेड और फर्जी कहते हुए एफ.आई आर की मांग की वहीं दूसरी ओर राजनंदगांव युवा कांग्रेस ने खुले रूप से भाजपा एवं भाजपा के पदाधिकारियों को चुनौती देते हुए फोटो मैं मणि भास्कर जी के झंडे को एडिटेड साबित करने पर इस बड़ी रकम की घोषणा की है
राजनांदगांव जिला युवा कांग्रेस सोशल मीडिया के अध्यक्ष दिव्यांश चौरडिया जी का कहना है कि कार्यक्रम धार्मिक था, महाकाल जी की पवित्र कावड़ यात्रा थी यात्रा में मग्न होकर भक्तों द्वारा आजादी का अमृत उत्सव मनाते हुए आयोजन समिति द्वारा झंडा पकड़ा गया था, झंडा यात्रा के आयोजक बागेश्वर धाम धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा वितरित किया गया था, बागेश्वर धाम प्रमुख द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम में लगभग 4 झंडे उल्टे थे जैसे कि झंडे रेडीमेड थे तो बागेश्वर धाम धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया और मानवीय भूल के चलते बागेश्वर धाम के सदस्य ने महापौर हेमा देशमुख और अन्य लोगों को उल्टा झंडा पकड़ा दिया जिस पर हमारी संवेदनशील महापौर हेमा देशमुख जी ने इसे मानवीय भूल मानकर खेद व्यक्त किया है और कहा है कि मैं राष्ट्रीय ध्वज को कभी अपमानित नहीं कर सकती मैं सदैव राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करती थी और करती रहूंगी और में नतमस्तक है राष्ट्रीय ध्वज को लेकर,
वहीं दूसरी ओर भाजपा द्वारा लगातार निचले स्तर की राजनीति की जा रही है जो कि शर्मनाक है।