आत्मा की पवित्रता ही परमात्मा से साक्षात्कार करवाता है…आभाव या प्रभाव की मित्रता टिकाऊ नही–संत श्री निरंजन महराज जी
संजय साहूअंडा। दुर्गग्रामीण विधान सभा क्षेत्र के ग्राम बोरई में श्रीमद्भागवत कथा चल रहे हैं, जिसमें निरंजन महाराज जी बता रहे हैं कि हमारे मन में प्रेम है,घट में प्रेम.